धान खरीद में सहरसा के कानूनगो भी आरोपित
मुजफ्फरपुर : जिले में धान खरीद में गड़बड़ी के आरोपितों में सहरसा के कानूनगो सह प्रभारी सहायक बंदोबस्त प्रभारी मिथिलेश कुमार सिंह भी आरोपित हैं. उन पर 2014-15 में औराई सीओ रहते हुए किसानों को इन्फोर्समेंट निर्गत करने के लिए नाजायज राशि वसूलने व अपने बचाव में गलत शपथ पत्र दायर करवाने का आरोप है. […]
मुजफ्फरपुर : जिले में धान खरीद में गड़बड़ी के आरोपितों में सहरसा के कानूनगो सह प्रभारी सहायक बंदोबस्त प्रभारी मिथिलेश कुमार सिंह भी आरोपित हैं. उन पर 2014-15 में औराई सीओ रहते हुए किसानों को इन्फोर्समेंट निर्गत करने के लिए नाजायज राशि वसूलने व अपने बचाव में गलत शपथ पत्र दायर करवाने का आरोप है. मामले में सिंह शनिवार को अपर समाहर्ता राजस्व डॉ रंगनाथ चौधरी के समक्ष उपस्थित हुए व अपना पक्ष रखा.
डीएम धर्मेंद्र सिंह ने इसी साल फरवरी में उन के खिलाफ प्रपत्र क गठित करते हुए विभाग को रिपोर्ट भेजी थी. उन पर विभागीय कार्रवाई का खतरा भी मंडरा रहा है. बीते साल औराई प्रखंड में धान खरीद में अनियमितता की शिकायत मिली थी.
धान खरीद में…
इसकी जांच तत्कालीन जिला आपूर्ति पदाधिकारी से करवायी गयी. जांच के क्रम में राकेश कुमार, शंभु, रामजीनीस राय, महराज कुमार व छेदी राय आदि किसानों ने लिखित बयान दिया था, जिसमें इंफोर्समेंट निर्गत करने के लिए नाजायज रूप से पचास रुपये प्रति क्विंटल लिये जाने की बात बतायी. बाद में तत्कालीन सीओ ने तीन किसानों का शपथ पत्र के साथ खुद पर लगे आरोप को निराधार बताया. डीएम ने विभाग को जो रिपोर्ट भेजी है, उसमें बताया गया है कि ऐसा कर मिथिलेश कुमार सिंह ने किसानों को प्रभावित करने का प्रयास किया है. उन्होंने रामजीनीस राय व महराज कुमार के लगाये गये आरोप का कोई जवाब नहीं दिया है. वहीं शंभु राय की जगह उनके पिता कपिल राय की ओर से दिये गये शपथ पत्र की कॉपी भेज दी है. डीएम ने अपनी रिपोर्ट में इसे पद व अधिकार को दुरुपयोग बताया है.
अपर समाहर्ता के समक्ष उपस्थित होकर रखा अपना पक्ष
वित्तीय वर्ष 2014 में औराई सीओ रहते लगा था आरोप
जिला आपूर्ति की जांच रिपोर्ट में पाया गया है सही