मुजफ्फरपुर: व्यापमं घोटाला मामले में एसकेएमसीएच प्रबंधन ने अपनी पहली जांच रिपोर्ट सीबीआइ को भेज दी है. बताया जा रहा है कि इसमें छह आरोपितों को चिह्नित कर लिये जाने की बात है. ये सभी वर्ष 2013 बैच के छात्र हैं. हालांकि, प्राचार्य डॉ विकास कुमार ने फिलहाल रिपोर्ट के बारे में कुछ भी बताने […]
मुजफ्फरपुर: व्यापमं घोटाला मामले में एसकेएमसीएच प्रबंधन ने अपनी पहली जांच रिपोर्ट सीबीआइ को भेज दी है. बताया जा रहा है कि इसमें छह आरोपितों को चिह्नित कर लिये जाने की बात है. ये सभी वर्ष 2013 बैच के छात्र हैं. हालांकि, प्राचार्य डॉ विकास कुमार ने फिलहाल रिपोर्ट के बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया है.
सीबीआइ की ओर से कॉलेज प्रबंधन को व्यापमं घोटाले में शामिल 103 छात्रों की सूची उपलब्ध करायी थी, जिसमें उनका नाम, पिता का नाम, पता व फोटो भी शामिल था. सीबीआइ के निर्देश पर आरोपित छात्रों की तसवीरें भी दीवार पर चिपकायी गयी थी, ताकि उनकी पहचान की जा सके. कॉलेज प्रबंधन भी इस प्रयास में जुटा है. इसके लिए सीबीआइ की ओर से उपलब्ध करायी गयी सूची व नामांकित छात्रों के रिकॉर्ड का मिलान किया गया. इसमें छह आरोपित वर्ष 2013 में नामांकित पाये गये हैं. अन्य छात्रों के बारे में अभी तक सुराग हाथ नहीं लग सका है. सीबीआइ को आशंका है कि एसकेएमसीएच के कुछ छात्र ‘इंजन’, ‘बोगी’ के खेल में शामिल थे.
इसके तहत मेधावी छात्रों के साथ बैठा कर अन्य छात्रों को मेडिकल के इंट्रेंस टेस्ट में पास कराया गया. इसके लिए परीक्षा केंद्र भी मैनेज किये गये.
फर्जी तरीके से नामांकन की भी आशंका : दो सालों की सीबीआइ जांच के दौरान यह बात सामने आयी कि एसकेएमसीएच में छात्र-छात्राओं ने फर्जी तरीके से नामांकन भी लिये हैं. इसकी जांच की जिम्मेदारी कॉलेज प्रशासन को दी गयी है. निर्देश दिया गया है कि वर्ष 2013 बैच के छात्र-छात्राओं की बारीकी से जांच की जाये. आशंका है कि इस बैच के कई छात्रों का नामांकन फर्जी तरीके से हुआ है. मामले की जांच कॉलेज की पांच सदस्यीय कमेटी कर रही है.