दाता मुजफ्फरशाह के मजार पर चादरपोशी
दाता मुजफ्फरशाह की चादरपोशी करते लोग. मुजफ्फरपुर : दाता मुजफ्फरशाह के तीन दिवसीय उर्स के दूसरे दिन सोमवार को किन्नर समाज ने दाता की चादरपोशी की. अखाड़ाघाट बांध रोड से किन्नर समाज ने बैंड बाजों के साथ जुलूस निकाल कर दाता के दरबार पहुंचे. यहां समुदाय की ओर से दाता के दरबार में चादरपोशी कर […]
दाता मुजफ्फरशाह की चादरपोशी करते लोग.
मुजफ्फरपुर : दाता मुजफ्फरशाह के तीन दिवसीय उर्स के दूसरे दिन सोमवार को किन्नर समाज ने दाता की चादरपोशी की. अखाड़ाघाट बांध रोड से किन्नर समाज ने बैंड बाजों के साथ जुलूस निकाल कर दाता के दरबार पहुंचे. यहां समुदाय की ओर से दाता के दरबार में चादरपोशी कर दुआएं मांगी गयी. सुबह में कुरानखानी व फातेहाखानी के बाद लोग यहां आकर दाता से दुआएं मांगते रहे. इस मौके पर लंगर का भी आयोजन किया गया. आयोजन में उर्स कमेटी के अध्यक्ष राजकुमार महतो, अजय ठाकुर, शशिरंजन वर्मा की भागीदारी रही.
ओ ख्वाजा जी मेरा सोया नसीब जगा दो : रात होते ही दाता के दरबार में कव्वाली का प्रोग्राम परवान चढ़ा. शहर की कव्वाला सबा रंगीली ने आई हूं ओढ़ के पचरंग चुनरियां दर पे, आज ख्वाजा जी ओ मेरा सोया नसीब जगमगा दो, जोगन की रख लो लाज ख्वाजा जी सुनाकर लोगों को मुग्ध कर दिया.
इस मौके पर कव्वाला लैला साबरी ने ये बात एक सबब है मुसलमान के लिए, इमान वाले मरते हैं इमान के लिए, अल्लाह जानता था के सजदा ना करेगा सुना कर लोगों की तालियां बटोरी.