मुजफ्फरपुर : साल के तीसरे दिन नारायणपुर अनंत एफसीआइ मालगोदाम के समीप रात्रि के 11.30 बजे माल ट्रेन का इंजन बेपटरी हो गया. इसकी जानकारी कंट्रोल रूम को होते ही तत्काल उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया. इसके बाद टीम व कर्मचारियों की मदद से मंगलवार की शाम 3.30 बजे बेपटरी हुई इंजन को लाइन से उठाया गया. करीब 16 घंटे बाद इंजन को टीम ने पटरी पर लाने का काम किया. हालांकि माल गोदाम के समीप होने पर इंजन को बेपटरी होने से अन्य ट्रेनों के परिचालन पर असर नहीं पड़ा. जंकशन से सहायक अभियंता सुरेंद्र कुमार व क्षेत्रीय अधिकारी जेपी त्रिवेदी भी बेपटरी हुई इंजन की जांच करने पहुंचे थे. इधर बेपटरी हुई इंजन की जांच की जा रही है. जांच के दौरान पीडब्ल्यूआई की लापरवाही सामने आयी है.
इंजन का नट खुलने से बेपटरी हुई इंजन
जानकारी के अनुसार रात्रि के 11.30 बजे एफसीआइ के माल गोदाम में खाली बड़ी बोगी को बाहर लाने के लिये इंजन जा रही थी. इसी दौरान पटरी से नट खुल गयी और इंजन बेपटरी हो गयी. इंजन के बेपटरी होने के बाद वरीय पदाधिकारी को इसकी सूचना दी गयी. लेकिन इसके बाद किसी भी कर्मचारी ने बेपटरी हुई इंजन को पटरी पर लाने की क्वायद तक नहीं की. मंगलवार को दिन के 11 बजे के बाद से पीडब्ल्यूआई के कर्मियों ने रेलवे ट्रैक को ठीक करने में लग गए. इंजन को पटरी पर लाने की तैयारी शुरू की गयी. इसके बाद शाम 3.30 बजे बेपटरी हुई इंजन को उठाया गया.
जांच में आया नट खुला हुआ
जांच करने पहुंची टीम ने जब बेपटरी इंजन कैसे हुई की जांच शुरू की तो वह भौचक हो गये. टीम ने जांच के दौरान पाया कि पटरी में महज एक ही नट लगी थी. इंजन का दबाव पड़ते ही वह नट टूट गया और पटरी छिटक कर बाहर आ गयी. जिसके कारण इंजन पटरी पर से बेपटरी हो गयी. हालांकि जांच में लगी टीम ने इस बारे में कुछ भी बोलने से इनकार किया है.