अधिक शुल्क को ले दूसरे दिन भी जाम

जाम में फंसी विदेशी पर्यटकों की तीन बसें पारू : मैट्रिक परीक्षा के फॉर्म भरने में 65 रुपये अधिक लिये जाने को लेकर शनिवार को भी छात्रों ने सुबह करीब 10 बजे पारू हाइस्कूल के पास एसएच 74 को जाम कर दिया. जाम में विदेशी पर्यटकों की बसें भी फंस गयी. सूचना पर पहुंचे थानाध्यक्ष […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 8, 2017 2:22 AM

जाम में फंसी विदेशी पर्यटकों की तीन बसें

पारू : मैट्रिक परीक्षा के फॉर्म भरने में 65 रुपये अधिक लिये जाने को लेकर शनिवार को भी छात्रों ने सुबह करीब 10 बजे पारू हाइस्कूल के पास एसएच 74 को जाम कर दिया. जाम में विदेशी पर्यटकों की बसें भी फंस गयी. सूचना पर पहुंचे थानाध्यक्ष कैप्टन शाहनवाज व राजद नेता शंकर प्रसाद यादव ने एचएम कमलेंद्र शर्मा व छात्रों की वार्ता करायी.
इसमें 565 रुपये शुल्क व 20 रुपये इंटरनेट खर्च के लिए यानि कुल 585 रुपये लेने पर सहमति बनी. तब छात्रों ने एक बजे दिन में जाम हटाया.
एक दिन पूर्व इसी मुद्दे पर छात्रों ने एसएच जाम कर दिया था. तब जाम में गोपालगंज के सांसद जनक चमार की पहल पर एचएम से वार्ता हुई थी. छह साै रुपये लिये जाने पर दोनों पक्षों ने सहमति दिखायी थी. लेकिन आज सुबह एक बार फिर छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया. जाम के कारण गाड़ियों की कतार लग गयी. विदेशी पर्यटकों की तीन बसों को थानाध्यक्ष ने किसी तरह निकलवाया.
इसके बाद एचएम के साथ वार्ता हुई. एचएम ने बताया कि ऑनलाइन फॉर्म भरने में अधिक पैसे लगते हैं. तब कुल 585 रुपये लेकर फॉर्म भरने की बात कही गयी. उधर खुटाही हाइस्कूल में 115 रुपये अधिक लेने का आरोप लगा छात्रों ने हंगामा किया. मुखिया रवि भगत ने स्कूल पहुंचकर छात्रों को शांत कराया. मुखिया ने बताया कि छात्रों से 680 रुपये लिये जा रहे हैं. उन्होंने एचएम को हिदायत दी कि निर्धारित राशि लें.
बंदरों के उपद्रव से लोग परेशान.बंदरा. मेघ रतवारा गांव के लोग एक महीने से बंदरों के उपद्रव से परेशान हैं. बंदरों ने दूसरे गांवों में भी उपद्रव करना शुरू कर दिया है. शनिवार की सुबह पीअर चौक पर एक बंदर ने जमकर उत्पात मचाया.
नाश्ते की दुकान में उत्पात मचाने के बाद अन्य दुकानों में भी उपद्रव किया. बंदर के आतंक से दुकानदार परेशान हैं. दवा दुकानदार राजकिशोर चौधरी, नाश्ता दुकानदार रंजीत चौधरी, राजू चौधरी, किराना दुकानदार सुनील चौधरी ने बताया कि बंदर के कारण बरबादी तो हो ही रही है, ग्राहकों का आना भी कम हो गया है. लोगों का कहना है कि पिछले दिनों किसी ने ट्रक से लाकर बंदरों को छोड़ दिया था.

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