सरकारी बीज ने दिया दगा, साल बीतने पर भी नहीं मिला मुआवजा

डीएम से मिले गायघाट के किसान मुजफ्फरपुर : सरकारी बीज के दगा देने के कारण गायघाट के लोहसरी पंचायत के आधा दर्जन किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ा था. वे लोग तभी से मुआवजा की मांग कर रहे हैं. लेकिन, अभी तक उन्हें इसका लाभ नहीं मिल सका है. सोमवार को इस सिलसिले में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 10, 2017 4:35 AM

डीएम से मिले गायघाट के किसान

मुजफ्फरपुर : सरकारी बीज के दगा देने के कारण गायघाट के लोहसरी पंचायत के आधा दर्जन किसानों को नुकसान का सामना करना पड़ा था. वे लोग तभी से मुआवजा की मांग कर रहे हैं. लेकिन, अभी तक उन्हें इसका लाभ नहीं मिल सका है. सोमवार को इस सिलसिले में किसान डीएम धर्मेंद्र सिंह से मिले व मुआवजा दिलाने की मांग की. यही नहीं उन लोगों ने बताया कि इस वर्ष भी कुछ किसानों ने गेहूं की जो बीज लगायी है, वह 40 दिनों में ही फुटने लगी है. इससे एक बार फिर नुकसान की आशंका बढ़ गयी है.
किसान नवल किशोर सिंह ने बताया कि वर्ष 2015 में उन लोगों ने जीरो टिलेज पद्धति से गेहूं की खेती की थी. प्रावधानों के तहत किसानों को टीडीसी का बीज मिलना चाहिए था, लेकिन उन्हें एनएससी का बीज दिया गया. खेत में जब उसे बोया गया तो महज 40 से 50 फीसदी बीज ही अंकुरित हुआ.
निर्देशों के अनुसार, उन्होंने खरपतवारनाशी दवा का भी प्रयोग किया, पर कोई लाभ नहीं हुआ. इसका असर उत्पादन पर भी पड़ा. जहां वे लोग पूर्व में प्रति एकड़ 20 से 25 क्विंटल गेहूं का उत्पादन करते थे, वहीं उस साल महज पांच से छह क्विंटल प्रति एकड़ उपज हुई. मामले की शिकायत प्रखंड विकास पदाधिकारी से लेकर डीएम तक से की गयी. लेकिन, उन्हें अब तक कोई मुआवजा नहीं मिला.
खराब बीज के कारण फसल खराब करने की शिकायत लेकर पहुंचे किसान.

Next Article

Exit mobile version