4.5 डिसमिल जमीन एनएचएआइ को
सेना -एनएचएआइ के बीच मापी से सुलझा विवाद मुजफ्फरपुर : गोबरसही भगवानपुर रोड में विश्वकर्मा मंदिर के समीप सेना और एनएचएआइ के बीच जारी जमीन विवाद को गुरुवार को मापी से सुलझा लिया गया. सुबह 11 बजे से शाम में पांच बजे तक इस मापी में सेना अधिकृत जमीन में से साढ़े चार डिसमिल जमीन […]
सेना -एनएचएआइ के बीच मापी से सुलझा विवाद
मुजफ्फरपुर : गोबरसही भगवानपुर रोड में विश्वकर्मा मंदिर के समीप सेना और एनएचएआइ के बीच जारी जमीन विवाद को गुरुवार को मापी से सुलझा लिया गया. सुबह 11 बजे से शाम में पांच बजे तक इस मापी में सेना अधिकृत जमीन में से साढ़े चार डिसमिल जमीन एनएचएआइ का निकला है. कर्नल नीरज कुमार उक्त जमीन की मापी का मैन्यूट्रस शुक्रवार को दानापुर भेजेंगे. वहां से ऑडर मिलने के बाद एनएचएआइ की जमीन पर मुहर लग जायेगी. वहीं साढ़े चार डिसमिल जमीन जो एनएचएआइ को दिया जायेगा उसपर बने बाउंड्री को जल्द से जल्द तोड़ एनएच के काम को फिर से शुरू किया जायेगा.
गुरुवार की सुबह सेना की ओर से कर्नल नीरज कुमार और सेना का अमीन विश्वकर्मा मंदिर के समीप सेना अधिकृत जमीन पर मापी के लिए पहुंच गये. वहीं एनएचएआइ की ओर से परियोजना निदेशक मनोज कुमार पांडेय और प्रबंधक तकनीक प्रभात रंजन पांडेय एनएचएआइ के ऑफिस असिस्टेंट नवनीत कुमार पहुंचे
मुसहरी सीओ के द्वारा अधिकृत अमीन से सुबह के ग्यारह बजे मापी शुरू हुई. शाम के पांच बजे तक मापी चली. इस दौरान श्रीराम कॉलोनी और आस- पास के इलाकों की भी मापी की गयी.
बीते 9 जनवरी को सेना और एनएचएआइ के अधिकारी जमीन मापी के लिए पहुंचे थे . लेकिन कागजात की कमी के कारण मापी नहीं हो पायी थी . जिसके बाद 12 जनवरी को मापी को डेट रखा गया था. बता दे कि 1964 में एनएच को सेना ने 0़ 74 डिसमिल जमीन दिया था . जिसको 2001 में एनएचएआइ ने अधिकृत किया था.
– स्थानीय लोगों में मची हलचल
सेना के जमीन की मापी शुरू होते ही आस- पास के लोगों ने हलचल मच गयी. सेना अधिकृत जमीन के आस- पास के लोगों की भीड़ मापी वाली जगह पहुंच गयी. जैसे ही सेना के अधिकारी और अमीन बात चित शुरू करते थे कि उनलोगों की कान खड़ी हो जाती थी. इधर सेना की माने तो उसके जमीन पर लोगों ने अनाधिकृत रूप से कब्जा जमा रखा है. सेना अपनी जमीन की मापी करवायेगी और जहां- जहां उसका जमीन निकलेगा उसे वह अपने कब्जे में लेगी.