पारू में हत्या के दूसरे िदन भी हंगामा, छह घंटे जाम

मुखिया पति का शव पहुंचते ही फूटा आक्रोश पारू : पारू थाने की जगदीशपुर वाया पंचायत के मुखिया पति सह पूर्व मुखिया अमरेंद्र कुमार उर्फ अमर भगत की हत्या के बाद दूसरे दिन मंगलवार को शव पहुंचते ही क्षेत्र का माहौल गमगीन हो गया. एसकेएमसीएच से पोस्टमार्टम के बाद जगदीशपुर धर्मु गांव में एंबुलेंस से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 18, 2017 6:22 AM

मुखिया पति का शव पहुंचते ही फूटा आक्रोश

पारू : पारू थाने की जगदीशपुर वाया पंचायत के मुखिया पति सह पूर्व मुखिया अमरेंद्र कुमार उर्फ अमर भगत की हत्या के बाद दूसरे दिन मंगलवार को शव पहुंचते ही क्षेत्र का माहौल गमगीन हो गया. एसकेएमसीएच से पोस्टमार्टम के बाद जगदीशपुर धर्मु गांव में एंबुलेंस से शव पहुंचते ही लोगों को हुजूम पहुंच गया. शव के साथ सुबह आठ बजे ही दो हजार से ज्यादा लोग सड़क पर उतर कर मुजफ्फरपुर-देवरिया (एसएच-74) मार्ग को जगदीशपुर धर्मु गांव के समीप पूरी तरह जाम कर दिया. सभी अपराधियों की गिरफ्तारी व डीएम धर्मेंद्र सिंह, एसएसपी विवेक कुमार को मौके पर बुलाया जाने की मांग कर रहे थे.
लोगों को स्थानीय पुलिस की बात पर भरोसा नहीं था. हालांकि, जिले के कोई भी वरीय अधिकारी जगदीशपुर धर्मु गांव दूसरे दिन भी नहीं पहुंचे. इससे लोगों में और ज्यादा नाराजगी थी. करीब छह घंटे तक शव के साथ लोग सड़क पर डटे रहे. दोनों ओर से करीब 10 किलोमीटर में वाहनों की कतार लग गयी थी. इसके कारण आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया था. शव को सड़क से हटा कर अंतिम संस्कार कराने के लिए पारू, सरैया, देवरिया, करजा व साहेबगंज थाने की पुलिस मौके पर मशक्कत करती रही. लेकिन, लोगों ने पुलिस की एक नहीं सुनी. लोगों की एक ही मांग थी कि अपराधियों की गिरफ्तारी हो. पुलिस आश्वासन भी देती रही, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं थे. इस दौरान सरैया एसडीपीओ गौरव मंगला थाने में बैठे रहे, लेकिन इस जनाक्रोश में नहीं आ सके. इस दौरान अमर भगत के परिजनों से मुलाकात करने जगदीशपुर
पारू में हत्या के
धर्मु गांव पहुंचे पारू के पूर्व विधायक मिथिलेश प्रसाद यादव, राजद नेता शंकर प्रसाद यादव ने लोगों को समझाने की कोशिश की. लोगों की भीड़ केवल उनसे डीएम को मौके पर बुलाकर इंसाफ की मांग कर रही थी. फिर पूर्व विधायक सह राजद जिलाध्यक्ष मिथिलेश प्रसाद यादव ने मोबाइल पर जिलाधिकारी धर्मेंद्र सिंह से बात की. डीएम ने आरोपितों पर नियम संगत कार्रवाई का आश्वासन दिया. फिर भी लोगों का भरोसा नहीं था. इसके बाद राजद नेता शंकर प्रसाद यादव मुखिया रेखा देवी के परिवार से मिल कर काफी समझाया. तब लोग दो बजे जाम समाप्त करने पर सहमत हुए. दो बजे दिन में शवयात्रा निकाली गयी. घर से करीब दो सौ मीटर दूरी पर स्थित विषहर स्थान में लेकर जाकर मुखिया पति अमरेंद्र कुमार उर्फ अमर भगत का अंतिम संस्कार किया गया. यहां लोगों ने अंतिम दर्शन किये. महिलाएं भी शवयात्रा में जाने से अपने आपको नहीं रोक सकी. सभी लोग श्मशान पहुंच कर इन्हें श्रद्धांजलि दी.
10 किलोमीटर में लगी वाहनों की कतार
डीएम-एसएसपी को मौके पर बुलाने की कर रहे थे मांग
महिला-पुरुष सभी पहुंचे मुखिया पति के अंतिम संस्कार में
थाने में बैठे रहे एसडीपीओ, नहीं जुटा सके हिम्मत

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