ट्रैक पर मिले पत्थर, नक्सली साजिश या रेलवे की घबराहट!
मुजफ्फरपुर : बरौनी-समस्तीपुर रेलखंड के साठाजगत और दलसिंहसराय स्टेशन के मध्य लघु रेल पुल संख्या 20 अप लाइन ट्रैक पर तीन-तीन फीट का पड़े दो पत्थर के स्लैब ने रेल व पुलिस-प्रशासन की नींद उड़ा दी है. जहां एक ओर पूर्व मध्य रेल के अधिकारी पहली बार इस तरह की हुई घटना को लेकर सुरक्षित […]
मुजफ्फरपुर : बरौनी-समस्तीपुर रेलखंड के साठाजगत और दलसिंहसराय स्टेशन के मध्य लघु रेल पुल संख्या 20 अप लाइन ट्रैक पर तीन-तीन फीट का पड़े दो पत्थर के स्लैब ने रेल व पुलिस-प्रशासन की नींद उड़ा दी है. जहां एक ओर पूर्व मध्य रेल के अधिकारी पहली बार इस तरह की हुई घटना को लेकर सुरक्षित रेल परिचालन के लिए अपने कर्मियों को अलर्ट जारी कर दिया है. दूसरी तरफ राजकीय रेल पुलिस इस मामले को गंभीरता से लिया है. जीआरपी में इसकी एफआइआर तो अभी दर्ज नहीं हुई है,
लेकिन रेल एसपी बीएन झा को मुजफ्फरपुर-भागलपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस के बाल-बाल बचने की खबर जैसे ही मिली कि वे सोमवार को मुजफ्फरपुर से घटनास्थल का जायजा लेने पहुंच गये. घंटों आसपास के गांव व इलाके में घूम-घूम कर रेल एसपी ने लोगों से मामले की तहकीकात की. हालांकि, बिना पुलिस जांच रेलवे के खुद से कानपुर रेल हादसे से जोड़ते हुए मामले को हाइलाइट करने पर सवाल खड़ा हो गया है. नक्सली साजिश के ऊपर रेलवे के इशारे को प्रारंभिक जांच में एसपी ने सीधे तौर पर खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि ट्रैक पर जिस पत्थर के टुकड़ा को रखा गया है. वह रेलवे का ही है.
लाइन के किनारे गड्ढ़ा में ऐसे ही पत्थर का टुकड़ा पड़ा हुआ है. गांव के बच्चे उसका विकेट बना किक्रेट खेलते हैं. वहीं जिस जगह पत्थर रखा था. आसपास में काफी घनी बस्ती है. अब तक वहां नक्सली गतिविधि से संबंधित किसी भी तरह का कोई साक्ष्य नहीं मिला है. हालांकि, पाकिस्तानी सीमा से पकड़ाये आइएसआइ एजेंट व 26 जनवरी को देखते हुए एसपी ने अलर्ट जारी कर सभी थाना प्रभारी को लोकल पुलिस से सहयोग लेकर चौकस रहने को कहा है.