मां शारदे की पूजा से मिलता है ज्ञान

आस्था. शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में तैयारी, देर रात तक पूजा पंडालों का निर्माण मुजफ्फरपुर : बसंत पंचमी के मौके पर बुधवार को विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा-आराधना की जायेगी. सरकारी व गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों से लेकर चौक-चौराहों पर पूजा तैयारी की गयी है. इसको लेकर बाजार में मंगलवार को काफी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 1, 2017 4:42 AM

आस्था. शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में तैयारी, देर रात तक पूजा पंडालों का निर्माण

मुजफ्फरपुर : बसंत पंचमी के मौके पर बुधवार को विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा-आराधना की जायेगी. सरकारी व गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों से लेकर चौक-चौराहों पर पूजा तैयारी की गयी है. इसको लेकर बाजार में मंगलवार को काफी चहल-पहल रही. लोग फल-फूल, पूजन सामग्री समेत अन्य सामानों की खरीदारी करते देखे गये. अघोरिया बाजार, खादी भंडार चौक, ब्रह्मपुरा चौक, अखाड़ाघाट, छाता चौक, जेल चौक, माड़ीपुर, जूरन छपरा में देर रात तक पूजा पंडालों की सजावट का काम जारी था.
मूर्तिकार मां सरस्वती की प्रतिमा को अंतिम रूप देने में लगे. स्कूल-कॉलेजों व अन्य शिक्षण संस्थानों में छात्र व शिक्षक तैयारी को अंतिम रूप देने के लिए मंगलवार को दिन भर जुटे हुए थे. कई जगहों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने की भी तैयारी है. दोपहर बाद से शहरी व ग्रामीण इलाकों में मूर्तिकारों के यहां से माता सरस्वती की प्रतिमा ले जाने का क्रम शुरू हो गया था. शहर के कई स्थानों सहित विभिन्न स्कूलों में भव्य पंडाल व आकर्षक सज्जा की गयी है. पूजा को लेकर बच्चों के अलावा बड़े भी काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं.
पूजा से होती है विद्या, ज्ञान व बुद्ध‍ि की प्राप्ति. बसंत पंचमी के दिन अगर आप शुभ मुहूर्त में मां सरस्वती की पूजा करते हैं तो आपको विद्या, ज्ञान और बुद्ध‍ि का प्रसाद जरूर प्राप्त होगा. मां सरस्वती की पूजा विधि विधान से की जाती है. मां सरस्वती, ज्ञान-विज्ञान, कला, संगीत और शिल्प की देवी हैं. अज्ञानता के अंधकार को दूर करने के लिए और जीवन में नया उत्साह प्राप्त करने के लिए बसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती की उपासना पूरे देश में की जाती है.
बसंत पंचमी का दिन शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त. ज्योतिष के अनुसार बसंत पंचमी का दिन सभी शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त माना जाता है. यानी इस दिन किसी भी काम के लिए मुहूर्त देखने की जरूरत नही है. बसंत पंचमी के दिन कोई भी नया काम शुरू किया जा सकता है. ज्योतिष के अनुसार जिनकी कुंडली में बुध ग्रह कमजोर हो या अस्त हो या बच्चे का पढ़ाई में मन नहीं लगे, तो बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती का पूजन करना चाहिए और मां सरस्वती को हरे फल अर्पित कर कम-से-कम 11 गरीबों को अवश्य बांटना चाहिए.

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