भाई को फंसाने के लिए रची थी रंगदारी की साजिश

मुजफ्फरपुर: सहवाज उर्फ लवली ने अपने भाई को फंसाने के लिए बालूघाट निवासी चिकित्सक संदीप कुमार व इस्लामपुर के व्यवसायी मोहनलाल अग्रवाल से पांच लाख की रंगदारी मांगी थी. पुलिस जांच में इसका खुलासा हो गया है. रंगदारी प्रकरण में शामिल गिरफ्तार लवली सहित आधा दर्जन लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है. मंगलवार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 15, 2017 9:21 AM
मुजफ्फरपुर: सहवाज उर्फ लवली ने अपने भाई को फंसाने के लिए बालूघाट निवासी चिकित्सक संदीप कुमार व इस्लामपुर के व्यवसायी मोहनलाल अग्रवाल से पांच लाख की रंगदारी मांगी थी. पुलिस जांच में इसका खुलासा हो गया है. रंगदारी प्रकरण में शामिल गिरफ्तार लवली सहित आधा दर्जन लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है. मंगलवार की देर शाम लवली को जेल भेज दिया गया है.
ठेकेदार ने लिया था ठेका : कालीबाड़ी के आरिफ उर्फ पंकज और उसके भाई आमिर उर्फ लालू के बीच शहर के तीन मकान व जमीन को लेकर लंबे अरसे से विवाद चल रहा है. लालू बैरिया में किराये का मकान लेकर रहता है. उसने पंकज को फंसाने की योजना बनायी. इस योजना के तहत वह सदर थाना के भगवानपुर निवासी ठेकेदार रामाशंकर प्रसाद से 80 हजार में सौदा तय किया.
शातिर राहुल को किया साजिश में शामिल : पंकज को संगीन आपराधिक मुकदमा में फंसाने का सौदा तय होने के बाद ठेकेदार रामाशंकर चमड़ा गोदाम गली के सहवाज उर्फ लवली से संपर्क किया. उसे 20 हजार रुपये देते हुए पंकज को रंगदारी के केस में फंसाने का जिम्मा दे दिया. इस साजिश को मूर्त रूप देने के लिए शातिर अपराधी राहुल को भी शामिल कर लिया गया.
बालूघाट के एक लॉज में बनी थी रणनीति : पूर्वी चंपारण निवासी राहुल बालूघाट स्थित एक लॉज में रह कर शहर में आपराधिक घटनाओं को अंजाम देता है. लवली व राहुल के बीच पुराने संबंध थे. गत 16 जनवरी को वह बालूघाट पहुंच और उसके साथ षड्यंत्र रचा. फिर लॉज में रहनेवाले इंटर के एक छात्र को पंकज का फर्जी आइडी व फोटो उपलब्ध कराया. उक्त आइडी व फोटो के आधार पर अखाड़ाघाट के एक मोबाइल दुकानदार संजय कुमार से छात्र ने सिम खरीदा. इसे लॉज के ही एक अन्य छात्र के मोबाइल में एक्टीवेट कर दिया.
25 जनवरी को लूट की बाइक के साथ धराया राहुल : इसी बीच 25 जनवरी को समाहरणालय में चेकिंग के दौरान नगर पुलिस ने राहुल को लूट की एक बाइक के साथ पकड़ लिया. बाद में छानबीन में उक्त बाइक के अहियापुर थाना क्षेत्र से लूटे जाने की पुष्टि हुई तो उसे जेल भेज दिया.उसने शहर के कई वारदातों में अपनी संलिप्तता भी स्वीकारी थी.
30 जनवरी को पंकज के नाम से मांगी थी रंगदारी : जेल जाने के दौरान राहुल ने अपनी मोबाइल लवली को दी. लवली ने 30 जनवरी को बालूघाट के ही होमियोपैथी चिकित्सक संदीप कुमार को फोन कर पांच लाख की रंगदारी मांग दी. उसके बाद इस्लामपुर के व्यवसायी मोहन अग्रवाल से भी रंगदारी की मांगी. चिकित्सक वव्यवसायी ने इसकी लिखित शिकायत नगर थाने में की थी. दिये गये आवेदन में मोबाइल नंबर 7970507184 से रंगदारी मांगे जाने का जिक्र किया था.
मामला सामने आने पर नगर थानाध्यक्ष केपी सिंह के नेतृत्व में सिकंदरपुर थानाध्यक्ष मो शफीर आलम इस प्रकरण के छानबीन में जुट गये. सर्विलांस टीम उक्त नंबर कालीबाड़ी के आरिफ उर्फ पंकज के नाम से रजिस्टर्ड होने की बात सामने आयी. पूछताछ में पंकज ने अपने भाई लालू से जमीन विवाद की जानकारी दी. इसी बीच उक्त सिम के बालूघाट के एक लड़के के मोबाइल से एक्टिवेट होने की जानकारी पुलिस को मिल गयी. पूछताछ में मोबाइल के लवली के पास होने की जानकारी मिली. पुलिस लवली को गिरफ्तार कर लिया.
पांच के विरुद्ध मुकदमा दर्ज : पुलिस इस मामले में लवली सहित अन्य छह लोगों सिम लेने व मोबाइल में एक्टिवेट करनेवाले दोनों छात्र, मोबाइल दुकानदार संजय कुमार, ठेकेदार रामाशंकर सिंह, पंकज के भाई लालू के विरुद्ध रंगदारी मांगने, झूठे मुकदमा में फंसाने की साजिश रचने के साथ ही अन्य धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की है. गिरफ्तार लवली को जेल भेज दिया है. वहीं पूछताछ के लिए हिरासत में लिये गये छात्र व मोबाइल दुकानदार को पीआर बांड पर मुक्त कर दिया है. पुलिस इस मामले में फरार आरोपित ठेकेदार रामाशंकर व लालू की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.

Next Article

Exit mobile version