आस्था सर्किट टूरिस्ट ट्रेन से करें तीर्थ
अाइआरसीटीसी की पहल. 10 हजार में कर सकेंगे तीर्थाटन मुजफ्फरपुर : दक्षिण भारत को सैलानियों के बीच मशहूर करने के इरादे से आइआरसीटीसी (इंडियन रेलवे केटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन लिमिटेड) ने पहली बार उत्तर बिहार के दरभंगा से मुजफ्फरपुर के रास्ते आस्था सर्किट टूरिस्ट ट्रेन चलाने का फैसला लिया है. यह ट्रेन दरभंगा से 20 […]
अाइआरसीटीसी की पहल. 10 हजार में कर सकेंगे तीर्थाटन
मुजफ्फरपुर : दक्षिण भारत को सैलानियों के बीच मशहूर करने के इरादे से आइआरसीटीसी (इंडियन रेलवे केटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन लिमिटेड) ने पहली बार उत्तर बिहार के दरभंगा से मुजफ्फरपुर के रास्ते आस्था सर्किट टूरिस्ट ट्रेन चलाने का फैसला लिया है. यह ट्रेन दरभंगा से 20 मार्च को रवाना होगी, जो पहली तीर्थयात्रा को पूरी करने के बाद 30 मार्च को लौट जायेगी. ट्रेन दरभंगा से खुल कर समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर और पाटलिपुत्र जंक्शन के रास्ते दक्षिण भारत जायेगी. तीर्थयात्री इस ट्रेन से तिरुपति, मदुरई, कन्याकुमारी, रामेश्वरम और त्रिवेंद्रम घूम सकेंगे. स्लीपर क्लास का एक दिन का किराया प्रति व्यक्ति मात्र 850 रुपये हैं. नौ फीसदी टैक्स अलग से देना होगा. कुल 10 रात और 11 दिनों की यात्रा के लिए टैक्स मिलाकर प्रति व्यक्ति किराया 10,192 रुपये हैं.
इस ट्रेन में पांच साल से अधिक उम्र के बच्चे का भी एक दिन का किराया 850 रुपये ही लगेगा. आइआरसीटीसी की वेबसाइट के अलावा यात्री इसके लिए रिजर्वेशन काउंटर एवं आइआरसीटीसी के अधिकृत टिकट काउंटर से रिजर्वेशन करा सकते हैं. 2016 के रेल बजट में रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने देश के कोने-कोने में स्थित सभी धार्मिक स्थलों को रेल से जोड़ने के लिए आस्था सर्किट ट्रेन चलाने की घोषणा की थी. आस्था सर्किट टूरिस्ट ट्रेन पर अलग-अलग स्थानों से बैठने की व्यवस्था होगी. टूरिस्ट ट्रेन में यात्री स्लीपर क्लास में सफर करेंगे और टूर के दौरान शाकाहारी खाना दिया जायेगा.
यात्रियों को शयनकक्ष और धर्मशाला में ठहराया जायेगा. यात्रा के दौरान हर एक कोच में सुरक्षा गार्ड तैनान रहेंगे. अलग-अलग जगहों के लिए नॉन एसी टूरिस्ट बसों का भी प्रबंध किया गया है. आइआरसीटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक एसएस करीम ने बताया कि सुबह में रिफ्रेशिंग के साथ हर जगह के लिए टूर गाइड का प्रबंध भी आइआरसीटीसी ने किया है. विस्तृत जानकारी बिस्कोमान टावर के चौथे तल्ले पर स्थित आइआरसीटीसी के कार्यालय से प्राप्त किया जा सकता है. बुकिंग शुरू है. पहली यात्रा में 500-550 लोगों के लिए सीटें उपलब्ध हैं.
दस दिनों का होगा टूर, दक्षिण भारत के तिरुपति बालाजी से लेकर त्रिवेंद्रम तक की करायी जायेगी यात्रा
– पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर टिकट की हो रही बुकिंग
– 10,192 रुपये में यात्रा के साथ भोजन व रहने की होगी व्यवस्था