यात्री बढ़ेंगे, तो बनायेंगे सड़क

आक्रोश. एप्रोच रोड बनाने की मांग पर पूर्व मध्य रेलवे के जीएम का बयान रेलवे की जमीन में पड़नेवाली एप्रोच रोड की मांग कर रहे थे ग्रामीण जीएम के बयान से आहत दिखे ग्रामीणों ने लगाया गलत व्यवहार का आरोप मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी-दरभंगा-समस्तीपुर रेलखंड का निरीक्षण करने आये थे जीएम मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी-दरभंगा-समस्तीपुर रेलखंड का निरीक्षण करने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 19, 2017 5:06 AM

आक्रोश. एप्रोच रोड बनाने की मांग पर पूर्व मध्य रेलवे के जीएम का बयान

रेलवे की जमीन में पड़नेवाली एप्रोच रोड की मांग कर रहे थे ग्रामीण
जीएम के बयान से आहत दिखे ग्रामीणों ने लगाया गलत व्यवहार का आरोप
मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी-दरभंगा-समस्तीपुर रेलखंड का निरीक्षण करने आये थे जीएम
मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी-दरभंगा-समस्तीपुर रेलखंड का निरीक्षण करने पहुंचे पूर्व मध्य रेल के जीएम डीके गायेन को लोगों के कड़ा विरोध का सामना करना पड़ा. मुजफ्फरपुर से रवाना होने के बाद जीएम का स्पेशल ट्रेन जुब्बासहनी स्टेशन पहुंचा. वही से निरीक्षण की शुरुआत हुई. जीएम ने जुब्बासहनी स्टेशन के मध्य स्थित वृहत रेल संख्या 12 एवं जुब्बा सहनी व परमजीवर ताराजीवर के मध्य समपार संख्या 04 एवं पाथ-वे गैंग का निरीक्षण किया. स्टेशन पर यात्री सुविधा की जानकारी अधिकारियों से ली.
हालांकि, पूर्व से निरीक्षण की सूचना पर पहुंचे ग्रामीणों ने स्टेशन को जोड़ने वाली रेलवे का जो एप्रॉच सड़क है. उसकी स्थिति से अवगत कराते हुए उसे अविलंब निर्माण कराने का आग्रह किया, लेकिन जीएम ने इसे यह कहते हुए ठुकरा दिया कि जब तक यहां से यात्रियों की संख्या में वृद्धि नहीं होगी. तब तक सड़क नहीं बन सकता है. इस पर ग्रामीण भड़क गये. जीएम के सामने में ही हल्ला-हंगामा व नारेबाजी शुरू कर दी.
ग्रामीणों के कड़े तेवर को देख जीएम ट्रेन के बोगी में सवार हो गये. सुरक्षा कर्मियों ने जब समझाने की कोशिश की, तब ग्रामीण सुरक्षा कर्मियों से ही जीएम पर गलत तरीके से बर्ताव करने का आरोप लगा उलझ गये.
जुब्बा सहनी स्टेशन पर ग्रामीणों व जीएम के बीच तीखी बहस, विरोध के बाद ट्रेन की बोगी में सवार हुए जीएम
अधिकारियों को सिगरेट पीता देख भड़के लोग : जुब्बा सहनी स्टेशन पर जीएम ने बयान से आक्रोशित ग्रामीण हंगामा कर ही रहे थे कि इसी दौरान लोगाें की नजर जीएम के साथ स्पेशल कोच में बैठे दो अधिकारी सिगरेट पीते हुए खिड़की से धुआं बाहर फेंक रहे थे. लोगों ने पहले अपने मोबाइल से इसका वीडियो बनाया. इसके बाद कानून की धज्जियां उड़ाने का आरोप लगा हंगामा शुरू कर दिया. सिगरेट पी रहे अधिकारी पर कार्रवाई की मांग करते हुए बोगी के नजदीक पहुंच गये. इसके बाद सुरक्षाकर्मी ने लोगों को बोगी के समीप से हटाने की कोशिश की. इस दौरान सुरक्षाकर्मी व पब्लिक के बीच तीखी नोंक-झोंक भी हुई.
हालांकि, वहां से किसी तरह जीएम का स्पेशल ट्रेन को आगे बढ़ाया गया, लेकिन लोगों ने इसकी शिकायत रेलवे बोर्ड एवं रेल मंत्री से करने की बात कही है. कहा कि जब ट्रेन या सार्वजनिक स्थल पर कोई सिगरेट पीता है, तो उसे पकड़ कानूनी कार्रवाई की जाती है. फिर जीएम जैसे अधिकारी के साथ बोगी में बैठे अधिकारी सिगरेट पी रहे थे. उसे सुरक्षा कर्मियों ने बचाने की कोशिश क्यों की? यह रेलवे का कैसा नियम है‍?

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