सात चौराहों पर आसान नहीं अवैध पार्किंग पर ”लगाम”
शहर के प्रमुख स्थलों पर चलना है अभियान पुलिस बल की कमी आ सकती है आड़े मुजफ्फरपुर : शहर के सात प्रमुख चौराहों से अवैध पार्किंग हटाने व उनकी खूबसूरती लौटाने में प्रशासन की राह हाेली तक आसान नहीं दिख रही. अधिकारियों ने पिछले सप्ताह हुई बैठक में चिह्नित चौराहों पर अवैध पार्किंग रोकने के […]
शहर के प्रमुख स्थलों पर चलना है अभियान
पुलिस बल की कमी
आ सकती है आड़े
मुजफ्फरपुर : शहर के सात प्रमुख चौराहों से अवैध पार्किंग हटाने व उनकी खूबसूरती लौटाने में प्रशासन की राह हाेली तक आसान नहीं दिख रही. अधिकारियों ने पिछले सप्ताह हुई बैठक में चिह्नित चौराहों पर अवैध पार्किंग रोकने के लिए कड़े कदम उठाने का निर्णय लिया है. प्रयास सफल हुआ तो न केवल लोगों को जाम से मुक्ति मिलेगी, बल्कि चौराहों का लुक भी बेहतर हो सकेगा. जिला परिवहन पदाधिकारी ने बुधवार से अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है. अलबत्ता इसमें पुलिस व अधिकारियों के साथ ही संसाधन की कमी आड़े आ रही है, क्योंकि इंटर परीक्षा में पूरा सिस्टम जुटा हुआ है.
आठ मार्च तक मैट्रिक की परीक्षा होगी, तीन दिन बाद होली है. अधिकारी भी दबी जुबान इस बात को स्वीकार कर रहे हैं कि अभियान चलाने के जरूरी संसाधन अभी उनके पास नहीं है.
अवैध पार्किंग के लिए जिन स्थलों को चिह्नित किया गया है, उसमें भगवानपुर चौक, गोबरसही, रेवा रोड, चांदनी चौक, रामदयालु, जीरोमाइल व एसकेएमसीएच शामिल हैं. ये सभी शहर के इंट्री प्वाइंट भी हैं. अवैध पार्किंग के कारण यहां जाम लगता है, जिससे एनएच-28, एनएच-57 पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ता ही है, शहर में भी इसका असर दिखता है. बीते दिनों मोतिहारी से सांस की बीमारी का इलाज कराने के लिए एक नवजात को एसकेएमसीएच लाया जा रहा था. हालांकि, अस्पताल पहुंचते-पहुंचते उसकी सांस ही टूट गयी. काफी देर तक एंबुलेंस जीरोमाइल के समीप जाम में फंसा रहा. परिजनों का कहना था कि जाम नहीं लगता, तो बच्चे की जान बच सकती थी.
भगवानपुर चौक को लेकर भी विवाद
बीते दिसंबर माह में भगवानपुर चौक पर अवैध पार्किंग के विरोध में स्थानीय लोगों ने डीएम से शिकायत की थी. उनका आरोप था कि इसके कारण वहां रोजाना जाम की स्थिति पैदा होती है. मामले में सदर थानाध्यक्ष की भूमिका पर भी सवाल उठे. एसडीओ पूर्वी सुनील कुमार ने तो थानाध्यक्ष को अवैध पार्किंग पर रोक नहीं लगाने की स्थिति में उनके खिलाफ विभाग को कार्रवाई के लिए लिखने तक की चेतावनी दी थी. बाद में थानाध्यक्ष ने बस व ऑटो चालकों के साथ बैठक कर उन्हें भगवानपुर चौक पर वाहन पार्क नहीं करने को कहा. हालांकि, इसका असर नहीं दिखा. सोमवार को भी कई बसें व ऑटो सड़क पर खड़े दिखायी दिये.