मेयर का पद आरक्षित होने से मुकाबला दिलचस्प

सामान्य वर्ग के दिग्गजों को लगा झटका मुजफ्फरपुर : नगर निगम के मेयर का पद पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित होने के साथ ही निगम की राजनीति ने एक नया मोड़ आ गया है. मेयर पद की दौड़ में लगे कई दिग्गज को जहां सीट आरक्षित होने से झटका लगा है. वहीं पिछड़े वर्ग के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 11, 2017 4:44 AM

सामान्य वर्ग के दिग्गजों को लगा झटका

मुजफ्फरपुर : नगर निगम के मेयर का पद पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित होने के साथ ही निगम की राजनीति ने एक नया मोड़ आ गया है. मेयर पद की दौड़ में लगे कई दिग्गज को जहां सीट आरक्षित होने से झटका लगा है. वहीं पिछड़े वर्ग के उम्मीदवारों के लिए निगम कुरसी पर काबिज होने का रास्ता खुल गया है. मेयर पद के दावेदार वह अपना गणित बैठाने में जुट गये हैं. जहां तक वार्ड आरक्षण की बात है, तो नौ वार्ड पिछड़े वर्ग के लिए आरक्षित है. मेयर की दौड़ में मुसलिम पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवार भी आ जायेंगे. वैसे सामान्य वर्ग की सीट से भी पिछड़े वर्ग के उम्मीदवार अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं.
इस तरह मेयर पद को लेकर मुकाबला काफी दिलचस्प हो जायेगा. हालांकि चुनाव के बाद ही तय होगा कि मेयर का मुकाबला किसके बीच होगा. आरक्षण तय के होने के साथ खेमेबाजी का दौर शुरू हो गया है. पुराने धुरंधर जो मेयर के दौर से बाहर हो गये हैं वे अपने करीबी को मेयर बनाने के लिए जोर आजमाइश में जुट गये हैं. मेयर पद की दावेदारी पर पिछड़े वर्ग के संभावित उम्मीदवार फिलहाल पत्ता खोलने से बच रहे हैं. वार्ड आरक्षण बदलने के कारण पिछड़ा वर्ग के मजबूत उम्मीदवार खुद नये वार्ड में अपना भाग्य आजमाने की तैयारी में है. सामान्य वर्ग के भावी उम्मीदवारों की की उम्मीद डिप्टी मेयर के पद पर टिकी हुई है. गौरतलब है कि मेयर का पद पिछले तीन टर्म में पहला व दूसरा सामान्य तथा तीसरा सामान्य महिला तय था.

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