सीबीआइ ने पूर्व विधायक को किया तलब

नवरुणा कांड. एसपी ने 16 मार्च को पटना स्थित कार्यालय में पहुंचने का दिया निर्देशप्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीJayant Chaudhary: क्या है ऑरवेलियन-1984, जिसका मंत्री जयंत चौधरी ने किया है जिक्रJustice Yashwant Varma Case: कैसे हटाए जा सकते हैं सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जज?Spies In Mauryan Dynasty : मौर्य काल से ही चल रही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 11, 2017 4:46 AM

नवरुणा कांड. एसपी ने 16 मार्च को पटना स्थित कार्यालय में पहुंचने का दिया निर्देश

मुजफ्फरपुर : शहर के चर्चित नवरुणा अपहरण कांड में सीबीआइ पूर्व विधायक विजेंद्र चौधरी से भी पूछताछ करेगी. इसके लिए उन्हें नोटिस भेज 16 नवंबर को पटना स्थित सीबीआइ कार्यालय बुलाया गया है. इसके पूर्व इस चर्चित मामले की जांच कर रही सीबीआइ टीम शहर के कई वार्ड पार्षद सहित 50 लोगों से पूछताछ कर चुकी है.
सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआइ को 31 मार्च तक इस मामले को सुलझाने का आदेश दिया है. इसको लेकर सीबीआइ की टीम लगातार इस मामले में पूछताछ और जांच कर रही है.सीबीआइ मामले से जुड़े से हर पहलू की जांच बारीकी से कर रही है.
सीबीआइ की टीम 10 फरवरी को शहर पहुंची थी. शहर के अन्य जगहों पर छानबीन के बाद निगम कार्यालय पहुंच रामनाथ गुप्ता, केपी पप्पू सहित कई पार्षद,प्रोपर्टी डीलर सहित अन्य लोगों को नोटिस देकर पूछताछ के लिए पटना बुलाया था. रामनाथ गुप्ता से पटना में पूछताछ भी हुई थी. उनसे प्रोपर्टी कारोबार,नाला सफाई सहित अन्य मामलों में पूछताछ की गयी थी. बताया जाता है कि वार्ड पार्षद रामनाथ गुप्ता से सीबीआइ टीम ने पूर्व विधायक विजेंद्र चौधरी के संबंध में भी जानकारी ली थी. उसके बाद से ही इनसे भी पूछताछ का कयास लगाया जा रहा था. इसके पूर्व सीबीआइ वार्ड पार्षद के पति राकेश पप्पू,ब्रजेश कुमार,सुमित चक्रवर्ती,निगम के कई कर्मचारी,नाला सफाई करनेवाले निदान कर्मचारी से पूछताछ कर चुकी है.
पूर्व आइओ से लेकर इंस्पेक्टर तक का हो चुका है नार्को टेस्ट
सीबीआइ इस मामले में अब तक कई पुलिस अधिकारी, प्रॉपर्टी डीलर, निगमकर्मी और पीएचइडी के कई अधिकारियों से पूछताछ कर चुकी है. इधर, जुलाई 2016 में कांड के पूर्व आइओ अमित कुमार, इंस्पेक्टर जितेंद्र प्रसाद, नवरुणा के चाचा सुदीप चक्रवर्ती और वार्ड पार्षद पति राकेश रंजन पप्पू का गांधी नगर में नार्को टेस्ट हो चुका है.
सीबीअाइ ने किया था घटना का री-क्रंस्ट्रक्शन
मामले के तह तक जाने के लिए 18 अक्तूबर, 2016 को सीबीआइ टीम नवरुणा के घर पहुंची थी. टीम में कांड के अनुसंधानक कुमार रौनक के साथ वैज्ञानिक और सीएफएसएल की टीम भी थी.
टीम घटित घटना का री-कंस्ट्रक्शन कर नवरुणा को अपहर्ताओं ने कैसे खिड़की से निकाला था, इसकी पुष्टि की. इसके बाद सीबीआइ उसे खिड़की से अपहृत किये जाने की घटना से आश्वस्त हो गयी. इसके पूर्व सीबीआइ भी उसकी खिड़की के रास्ते अपहरण होने की घटना को शंका की निगाह से देख रही थी.
री-कंस्ट्रक्शन के बाद जांच में आयी तेजी
घटना का री-कंस्ट्रक्शन कर आश्वस्त होने के बाद से ही सीबीआइ लगातार शहर पहुंच इस घटना से जुड़े लोगों से पूछताछ और छानबीन कर रही है. फरवरी माह में सीबीआइ टीम कई विशेषज्ञों के साथ शहर पहुंची थी. इस दौरान टीम में शामिल विशेषज्ञ के साथ आम गोला स्थित पीएचइडी के एक सेवानिवृत्त अधिकारी के आवास पर पहुंच बंद कमरे में घंटों बातचीत व पूछताछ किया था. इस दौरान कई प्रोपर्टी डीलर व केस से जुड़े लोगों से भी जानकारी इकठ्ठी की थी.

Next Article

Exit mobile version