विवि गेस्ट हाउस, ग्रिवांस सेल में जड़ दिया ताला

मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में एक बार फिर छात्रों के बीच वर्चस्व की लड़ाई छिड़ गयी है. होली से पूर्व एक सप्ताह तक ताबड़तोड़ अलग-अलग बैठक का दौर चलने के बाद छात्रों के दो गुटों ने विवि के ग्रिवांस सेल एवं गेस्ट हाउस में ताला जड़ दिया. घटना शुक्रवार एवं शनिवार की है. विवि प्रशासन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 15, 2017 9:51 AM
मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विवि में एक बार फिर छात्रों के बीच वर्चस्व की लड़ाई छिड़ गयी है. होली से पूर्व एक सप्ताह तक ताबड़तोड़ अलग-अलग बैठक का दौर चलने के बाद छात्रों के दो गुटों ने विवि के ग्रिवांस सेल एवं गेस्ट हाउस में ताला जड़ दिया.

घटना शुक्रवार एवं शनिवार की है. विवि प्रशासन ने पहले इस मामले को बैठ कर सुलझाने की कोशिश की, लेकिन मामला नहीं सुलझा. इसके बाद वीसी के आदेश पर कुलसचिव डॉ अजय कुमार श्रीवास्तव ने विवि थाना में एक आवेदन दिया है. इसमें ग्रिवांस सेल (विवि के मुख्य द्वार पर बने भवन जहां छात्रों की शिकायत से संबंधित आवेदन लिया जाता है) एवं गेस्ट हाउस में ताला लगाने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आग्रह किया है. हालांकि, पुलिस ने अबतक प्राथमिकी दर्ज नहीं की है. पुलिस का कहना है कि आवेदन मिलने के बाद वीसी व रजिस्ट्रार से बातचीत की गयी. उनसे कहा गया है कि आवेदन स्पष्ट तरीके से लिखने एवं रे कौन छात्र हैं जिन्होंने गेस्ट हाउस एवं ग्रिवांस सेल में ताला जड़ा है, उन सभी का नाम देने को कहा गया है. होली के बाद इस मुद्दे पर बैठक कर बातचीत की बात कही गयी है.
तनावपूर्ण है माहौल, गेस्ट को परेशानी
ग्रिवांस सेल एवं गेस्ट हाउस में ताला जड़ने से कैंपस का माहौल एक बार फिर तनावपूर्ण हो गया है. इस घटना के बाद कैंपस में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गयी हैं. बताया जाता है कि ताला जड़ने वाले लोग वीसी के समक्ष अपने वर्चस्व को कायम करना चाहते हैं. इनलोगों की कुछ शर्त है, जिसे वीसी से पूरा कराने की कोशिश है. इधर, गेस्ट हाउस में ताला जड़ने के बाद बाहर से आनेवाले गेस्ट को परेशानी होगी. गेस्ट हाउस बंद होने के कारण शहर के होटल या अन्य जगह ठहरना उनकी मजबूरी होगी.
कहीं ध्यान भटकाने की तो कोशिश नहीं !
तालाबंदी की घटना विवि प्रशासन के लिए चुनौती है. विवि प्रशासन इसे पिछले कई सालों से कैंपस में चला आ रहा आंतरिक विवाद का परिणाम मान रहा है. हालांकि, चर्चा है जिस तरह पिछले एक माह में पूर्व वीसी डॉ पंडित पलांडे के अंतिम तीन माह के कार्यकाल का रिव्यू एवं डिस्टेंस अधिकारियों पर जो कार्रवाई का कदम उठाया गया है, इससे परेशान होकर कुछ अधिकारी व कर्मचारी इस साजिश के पीछे हो सकते हैं. इसकी पहचान में इंटरनल रूप से विवि प्रशासन जुटा है. वीसी भी इस बात से इनकार नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि उन पर कोई दबाव नहीं चलने वाला है. नियम के तहत ही कोई काम होगा. जो लोग गलत किये हैं, उन्हें इसका परिणाम मिलेगा. कार्रवाई हुई है, आगे भी इसी तरह कार्रवाई होगी.

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