बालगृह के मानसिक रोगियों की जांच नहीं करा रहे वाॅर्डन

मुजफ्फरपुर: सिकंदरपुर स्थित बालगृह के मानसिक मरीजों का इलाज करने से सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिये हैं. डॉक्टर बाल गृह के मानसिक रोगियों को जो दवा दे रहे हैं, उससे उनमें एक प्रतिशत भी सुधार नहीं हो रहा है. डॉक्टर ने जब इन मरीजों की जांच कराये जाने को कहा, तो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 17, 2017 9:21 AM
मुजफ्फरपुर: सिकंदरपुर स्थित बालगृह के मानसिक मरीजों का इलाज करने से सदर अस्पताल के डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिये हैं. डॉक्टर बाल गृह के मानसिक रोगियों को जो दवा दे रहे हैं, उससे उनमें एक प्रतिशत भी सुधार नहीं हो रहा है. डॉक्टर ने जब इन मरीजों की जांच कराये जाने को कहा, तो बाल गृह के वाॅर्डन इससे इनकार कर रहे हैं. इससेे मरीजों का सही इलाज नहीं हो पा रहा है. डॉक्टरों ने सिविल सर्जन डॉ ललिता सिंह को पत्र लिख इसकी जांच कराने की बात कही है. सवाल किया है कि वाॅर्डन आखिर क्यों इन मरीजों की जांच कराने से इनकार कर रहे हैं?
नोडल पदाधिकारी ने सीएस को लिखा पत्र : सदर अस्पताल के नोडल पदाधिकारी सतीश कुमार ने सिविल सर्जन को पत्र लिख कर कहा है कि डॉक्टर तीन बार से बालगृह के मानसिक मरीजों को देख रहे हैं.

ये सभी मरीज मिरगी रोग से ग्रसित हैं. इन सभी को दवा दी जा रही है, लेकिन उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हो रहा है. डॉक्टरों ने जब इन मरीजों की जांच कराने की बात कही, तो वाॅर्डन इससे इनकार कर सिर्फ दवा लिखने के लिए दबाव डालते हैं. नोडल पदाधिकारी ने कहा कि इससे मरीजों की हालत और खराब होती जा रही है. अगर जल्द ही जांच कर सही इलाज नहीं हुआ, तो मरीजों की हालत और खराब

हो जायेगी.

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