पूर्व मंत्री के शिलापट्ट को प्रशासन ने तोड़ा

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By Prabhat Khabar Digital Desk | April 3, 2017 5:57 AM

विधायक बेबी कुमारी ने की थी शिकायत

मुशहरी : पूर्व मंत्री रमई राम के नाम से सड़क निर्माण को लेकर मुशहरी में लगाये गये दो शिलापट्ट को प्रशासन ने उखाड़ दिया. दोनों शिलापट्ट बोचहां विधानसभा के मुसहरी प्रखंड के विधानसभा चुनाव के पूर्व लगाये गये थे. पूर्व मंत्री ने मुशहरी प्रखंड के नरौली चौक से बुधनगरा बांध तक व हरपुर चौक से चंदवारा बांध होते हुए झारखंड चौक तरमा तक विधानसभा चुनाव से पहले दो सड़कों का शिलान्यास किया था. करीब तीन करोड़ की लागत से बननेवाली इस सड़क का शिलान्यास पूर्व मंत्री आठ सितंबर व अक्तूबर, 2015 में कर दिया. आठ जनवरी, 2016 को इस सड़क निर्माण की प्रशासनिक स्वीकृति विभाग की ओर से मिली.
इस मामले को वर्तमान विधायक बेबी कुमारी ने गंभीरता से लिया. इसकी शिकायत विभाग से की. शिकायत पर विभागीय सचिव विनय कुमार ने ग्रामीण कार्य विभाग के अधीक्षण अभियंता को पूर्व में लगाये गये दोनों शिलापट को हटाने का निर्देश दिया. अधीक्षण अभियंता के निर्देश पर कार्यपालक अभियंता विनोद कुमार राय ने पूर्व मंत्री के नाम से लगे दोनों शिलापट्ट को रविवार को उखड़वा दिया. इस शिलापट्ट के उखाड़े जाने के बाद बोचहां का राजनीति अंदर ही अंदर गर्म होने लगा है. विभागीय अभियंता विनोद कुमार राय के अनुसार नरौली चौक से बुधनगरा बांध तक की 2.05 किलोमीटर की इस सड़क का निर्माण के लिए एक करोड़ 40 लाख 22 हजार रुपये की स्वीकृति आठ जनवरी, 2016 को मिली है. ठीक दूसरी सड़क हरपुर चौक से चंदवारा बांध होते हुए झारखंड चौक तरमा तक 2.5 किलोमीटर सड़क निर्माण के लिए एक करोड़ 75 लाख 73 हजार रुपये की स्वीकृति आठ जनवरी 2016 को मिली है. ऐसे में पूर्व मंत्री की ओर से बिना स्वीकृति के ही शिलापट्ट लगाने की बात सामने आने पर बोचहां की राजनीति में भूचाल आ गया है. जहां बेबी कुमारी ने पूर्व मंत्री पर चुनावी लाभ को लेकर बिना स्वीकृति के ही कराेड़ों की लागत दिखाकर शिलान्यास करने का आरोप लगाते हुए विभाग को शिकायत की. वही पूर्व मंत्री ने सारा दोष विभाग के ऊपर थोप दिया है.
पूर्व मंत्री रमई राम ने बताया कि मुझे किसी शिलापट्ट को उखाड़े जाने की सूचना नहीं है. यह विभाग का मामला है. विभाग समझे. उसने शिलापट्ट लगवाया और फिर उसे तोड़वा दिया. मुझे शिलान्यास करने का कोई शौक नहीं है. बोचहां में मैंने जो विकास किया है. उसमें जगह-जगह मेरे नाम का शिलापट्ट व उद्घाटन पट्ट लगा हुआ है. विभाग ने स्वीकृत किया था. मुझे बुलाया गया. मैंने शिलापट्ट का शिलान्यास किया था. अब विभाग समझे कि आखिर किस स्थिति में मुझसे शिलापट्ट का शिलान्यास कराया.

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