गरमी आते सताने लगी बिजली, जोड़-तोड़ से आपूर्ति

मुजफ्फरपुर : गरमी के तेवर में आने के साथ शहर से लेकर गांव तक की बिजली आपूर्ति बेपटरी होने लगी है. बिजली के खस्ताहाल का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिले को खपत की आधी आपूर्ति की जा रही है. 200 की जगह 120 मेगावाट बिजली से जोड़ – तोड़ कर काम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 3, 2017 6:00 AM

मुजफ्फरपुर : गरमी के तेवर में आने के साथ शहर से लेकर गांव तक की बिजली आपूर्ति बेपटरी होने लगी है. बिजली के खस्ताहाल का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिले को खपत की आधी आपूर्ति की जा रही है. 200 की जगह 120 मेगावाट बिजली से जोड़ – तोड़ कर काम चलाया जा रहा है. कभी कम आपूर्ति तो कभी फॉल्ट के नाम पर घंटों बिजली गुल रहने से लोगों को बिजली पानी के समस्या से जूझना पड़ रहा है.

अगर यही स्थिति रही, ताे मई-जून की प्रचंड गरमी में जिलेवासी काे बिजली-पानी के लिए तरसना पड़ सकता है.

आपूर्ति बढ़ भी जाये, तो लचर ट्रांसमिशन सिस्टम मुश्किल खड़ा कर सकता है. इसका संकेत मिलना भी शुुरू हो गया है. पावर स्टेशन के ट्रॉसफॉर्मर पर क्षमता से अधिक लोड रहने से पीक ऑवर में रोटेशन में फीडर को रख कर बिजली दी जा रही है. भीखनपुरा ग्रिड से जुड़े नया टोला, माड़ीपुर, खबरा, भगवानपुर व मड़वन फीडर शाम में एक से दो घंटे के रोटेशन पर चल रहा है. ग्रामीण इलाके की बात ही ही करना बेमानी है. यही नहीं लो वोल्टेज की समस्या से बिजली रहते लोग पानी व हवा के लिए तरस रहे हैं. खास कर एसकेएमसीएच ग्रीड से जुड़े फीडर में लो वोल्टेज सप्लाई हो रहा है. जानकारी के अनुसार कांटी से आपूर्ति सुचारु नहीं होने मुशहरी ग्रिड से बिजली मिलने से लो वोल्टेज की समस्या है. मामला चाहे जो भी हो खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है.
खपत की आधी हो रही आपूर्ति 200 की जगह 110 मेगावाट
मिल रही बिजली
पांच पावर स्टेशन व 30 डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर चल रहे ओवर लोड
रेलवे व हाइवे क्रासिंग डैमैज केबुल से बेपटरी हो सकती है बिजली
कम आपूर्ति से लोड शेडिंग की समस्या है. पावर बढ़ते इसे दूर कर दिया जायेगा. ट्रांसमिशन सिस्टम को ठीक करने के लिए ओवर लोड पावर ट्रांसफॉर्मर से अंडर लोड पीटीआर में लोड बांटा जा रहा है. ओवर लोड फीडरों को लोड को बांटा गया है.
आशीष राजदान,जीएम कॉरपोरेट

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