राजग के शासन में नियंत्रित था अपराध, महागंठबंधन में बेकाबू

अपराधियों की गोली के शिकार ठेकेदार व व्यवसायी के परिजनों से मिले सुशील मोदी मुजफ्फरपुर : भाजपा के वरिष्ठ नेता सह पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने महागंठबंधन सरकार पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा, राजद शासन में अपराध नियंत्रित था. अपराधियों को भय था. विधि का शासन था. लेकिन, महागंठबंधन की सरकार बनने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 9, 2017 5:19 AM

अपराधियों की गोली के शिकार ठेकेदार व व्यवसायी के परिजनों से मिले सुशील मोदी

मुजफ्फरपुर : भाजपा के वरिष्ठ नेता सह पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने महागंठबंधन सरकार पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा, राजद शासन में अपराध नियंत्रित था. अपराधियों को भय था. विधि का शासन था. लेकिन, महागंठबंधन की सरकार बनने के साथ ही अपराध बेकाबू हो गया. अपराधियों में खौफ नहीं है. क्योंकि सत्ता के दो केंद्र हो गये हैं. सीएम नीतीश कुमार व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव में खींचतान की स्थिति बनी रहती है. ऐसे में पुलिस का भय अपराधियों के मन में नहीं रह गया है.
श्री मोदी शनिवार की शाम कृष्णा टॉकिज के सामने वाली गली में अपराधियों की गोली के शिकार ओपी अग्रवाल के परिजनों से मुलाकात के बाद पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे. इससे पूर्व वे ठेकेदार प्रणय कुमार उर्फ अतुल शाही के परिजनों व किताब कारोबारी ललन कुमार उर्फ प्रभात कुमार से मुलाकात के दौरान पीड़ित परिवारों में बनी हालात का जायजा लेने के बाद महागंठबंधन सरकार पर हमला बोल रहे थे. कहा, पीड़ित परिवारों को कम से कम 10 लाख रुपये परिवार के एक सदस्य के लिए नौकरी की व्यवस्था सरकार करे. ताकि लोगों का जीवन प्रभावित न हो.
जदयू व भाजपा गंठबंधन टूटने से बढ़ा अपराध : उन्होंने कहा, अपराध बिहार के लिए चिंता की बात है. लेकिन, सीएम दूसरे राज्यों की तुलना में कम अपराध का दावा कर फुले नहीं समाते हैं. इस कारण पुलिसिंग सिस्टम फेल हो रहा है.
लालू व नीतीश के झगड़े में डीएम व एसपी समेत सभी पदाधिकारियों का तबादला अटका हुआ है. दोनों अपने-अपने चहेतों की पोस्टिंग पसंदीदा जगह पर कराने के लिए अड़े रहते हैं. दोनों के आपसी कलह में पुलिस व प्रशासन पंगु बन गया है. सरकार में अपराध रोकने की इच्छाशक्ति समाप्त हो गयी है. स्पीडी ट्रायल की संख्या एक तिहाई हो गयी है. इसकी संख्या घटकर पांच हजार हो गयी है. अपराधियों को सजा नहीं मिल रही है. गंठबंधन टूटने के बाद अपराधियों का मनोबल बढ़ गया है. लोगों के मन में फिर जंगलराज वाला भय व्याप्त हो गया है. माहौल खराब हो रहा है. फिर, बिहार की छवि लगातार खराब हो रही है. ऐसे हाल में
व्यवसायी पलायन करेंगे. यहां कोई भी उद्योग लगाना मुश्किल हो जायेगा.
लचर विधि व्यवस्था से फेल हो रही शराबबंदी : उन्होंने कहा,पूर्ण शराबबंदी की बात हो रही थी. शराबबंदी की गयी. लेकिन, लचर विधि-व्यवस्था के कारण सफल नहीं होता दिख रहा है. शराब सबसे ज्यादा मुजफ्फरपुर से पकड़ी जा रही है. शराब का अवैध कारोबार बढ़ा है. शराब की खपत में कोई खास कमी नहीं आयी है. पहले वैध तरीके से शराब खरीद कर पीते थे. अब अवैध रूप से तीन गुना दाम देकर शराब पीते हैं. 15 लाख लीटर शराब सूबे में पकड़ी गयी है. जो शराबबंदी को आईना दिखा रही है.
व्यवसायियों ने जीएसटी को लेकर सुशील मोदी को घेरा. उनके समक्ष जोरदार तरीके से अावाज उठायी जायेगी. कहा, जीएसटी में ही व्यवसायियों के सुरक्षा का प्रावधान किया जाये. इस पर सुशील मोदी घिरते नजर आये. जनाधिकार पार्टी ने दी सांत्वना: जनाधिकार पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अकबर अली परवेज के नेतृत्व में पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल अतुल शाही के बीरपुर स्थित आवास पहुंच कर परिजनों को सांत्वना दी.
पार्टी के उपाध्यक्ष रघुपति सिंह ने प्रदेश की गिरती कानून वयवस्था पर चिंता जतायी. कहा सूबे में कानून का राज समाप्त
हो गया है. इस मौके पर अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष महताब आलम, प्रखंड अध्यक्ष
ध्रुव कुमार श्रीवास्तव, मंजय लाल, ध्रुव नारायण यादव, विवेक भरद्वाज उपस्थित थे.
पूर्व उप मुख्यमंत्री ने जम कर साधा राज्य सरकार पर निशाना

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