पति-पत्नी ने एक साथ छोड़ा साथ
मड़वन : शादी के रस्मों-रिवाज में तो सभी बंधते हैं, लेकिन मरते दम तक साथ निभाने वाले कम ही होते हैं. कुछ ऐसा ही वाकया मड़वन प्रखंड के पकड़ी गांव में देखने को मिला. रविवार को अचानक पति की मौत का सदमा पत्नी बरदाश्त नहीं कर सकी. पति के दाह संस्कार की तैयारी अभी परिजन […]
मड़वन : शादी के रस्मों-रिवाज में तो सभी बंधते हैं, लेकिन मरते दम तक साथ निभाने वाले कम ही होते हैं. कुछ ऐसा ही वाकया मड़वन प्रखंड के पकड़ी गांव में देखने को मिला. रविवार को अचानक पति की मौत का सदमा पत्नी बरदाश्त नहीं कर सकी. पति के दाह संस्कार की तैयारी अभी परिजन कर ही रहे थे कि अचानक पत्नी ने भी दम तोड़ दिया. इसके बाद पति-पत्नी का एक साथ दाह-संस्कार कर दिया गया. इसके साथ ही दोनों ने पिछले 50 साल से साथ निभाने का वादा पूरा किया. यह घटना पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी है.
हुआ यूं कि रविवार को अलहे सुबह पकड़ी गांव निवासी 70 वर्षीय रामचंद्र महतो डॉक्टर को दिखाने मुजफ्फरपुर गये थे. कुछ दिनों से उनकी तबीयत खराब चल रही थी. डॉक्टर से दिखा कर वह घर लौट ही रहे थे कि रास्ते में ही अचानक उनकी मौत हो गयी. लोग उनके दाह संस्कार की तैयारी में जुटे थे. पति की मौत की खबर सुन रामचंद्र की पत्नी मछरिया देवी इस सदमे को बरदाश्त नहीं कर सकीं. पति की मौत का एक घंटा भी नहीं बीता कि मरछीया देवी भी इस दुनिया से चल बसी.
एक साथ दोनों की मौत होने के बाद रुदन-क्रंदन से पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया. दोनों ने 50 वर्ष पहले जीवन भर साथ निभाने का वादा एक साथ पूरा किया. परिजनों ने दोनों को एक ही चिता पर रख कर अंतिम संस्कार कर दिया. रामचंद्र महतो की शादी 50 वर्ष पूर्व मोतीपुर के महना गांव में हुई थी. रामचंद्र महतो के पांच पुत्र व एक पुत्री हैं. सभी की शादी हो चुकी है.