मुजफ्फरपुर : मेडिकल कालेज के जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल शनिवार को दूसरे दिन भी जारी रही. दूसरे भगवान का दर्जा पाये डाक्टरों की हड़ताल से एसकेएमसीएच की चिकित्सा सेवा चरमरा गयी है.अस्पताल में भर्ती मरीजों का इलाज नहीं होने के कारण परिजन गंभीर मरीजों को लेकर प्राइवेट अस्पतालों में जाने लगे हैं.
शनिवार की सुबह जूनियर डॉक्टरों ने इमरजेंसी सेवा व ओपीडी बंद करवा दी. इससे सैकड़ों मरीज बिना इलाज कराये वापस लौट गये. हालांकि कुछ देर बाद अधीक्षक के कहने पर इमरजेंसी सेवा शुरू की गयी, लेकिन इसी बीच 10-12 की संख्या में आये जूनियर डॉक्टरों ने इमरजेंसी को बंद करा दिया. एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ जीके ठाकुर ने कहा कि जूनियर डॉक्टरों से वार्ता चल रही है. रविवार से सबकुछ सामान्य हो
डॉक्टर हड़ताल पर
जायेगा. इधर, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ विकास कुमार व अधीक्षक डॉ जीके ठाकुर के बयान पर अज्ञात लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी. अहियापुर थानाप्रभारी ने जूनियर डॉक्टर का बयान दर्ज किया.
अस्पताल में भर्ती मरीजों को देखभाल में काफी असर
शनिवार की सुबह से ही अस्पताल परिसर में डीएसपी के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात है. जूनियर डॉक्टर भी अपने हॉस्टल से बाहर नहीं निकले. इधर, किसी आपात स्थिति से निबटने के लिए एसकेएमसीएच के 12 जगहों पर पुलिस चेक पोस्ट बनाया गया था. अस्पताल में भर्ती मरीजों को कोई परेशानी नहीं हो, इसके लिए अधीक्षक व प्राचार्य विधि व्यवस्था दुरुस्त करने में जुटे रहे. इसके बावजूद अस्पताल से मरीजों का पलायन जारी रहा. हालांकि अधीक्षक ने कहा कि वार्ड में भरती मरीजों का इलाज सीनियर डॉक्टर कर रहे हैं.
लेकिन अस्पताल में भर्ती रामसुरेश के परिजनों का कहना था कि शुक्रवार की शाम से पूरा अस्पताल नर्सों के हवाले हो गया है. यहां भर्ती मरीजों को देखने के लिए डॉक्टर नहीं आ रहे हैं. इस कारण हम अपने मरीज को प्राइवेट अस्पताल ले जा रहे हैं. ऐसा ही कई मरीजों के परिजनों का कहना था. शनिवार की शाम तक एक दर्जन से ज्यादा मरीजों को लेकर उनके परिजन प्राइवेट अस्पतालों में चले गये थे. इधर, एसकेएमसीएच परिसर में एक भी एंबुलेंस नहीं दिखा.
पूर्व मंत्री व डीएसपी ने अधीक्षक के साथ की बैठक
जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर चले जाने की सूचना पर पूर्व परिवहन मंत्री रमई राम और डीएसपी आशीष आनंद ने मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के साथ बैठक की. बैठक में डॉक्टरों से हड़ताल समाप्त कराने व मरीजों का इलाज करने की बात कही गयी. लेकिन डॉक्टरों का कहना था कि उसे जबतक सुरक्षा मुहैया नहीं करायी जायेगी, वे काम पर नहीं लौटेंगे.
हालांकि पूर्व मंत्री रमई राम व डीएसपी ने आश्वासन दिया कि उन्हें सुरक्षा उपलब्ध करायी जायेगी. लेकिन इसके बाद भी देर शाम तक डॉक्टरों ने स्वास्थ्य सेवा शुरू नहीं की थी. हालांकि अधीक्षक डॉ जीके ठाकुर ने आश्वासन दिया कि रविवार से सबकुछ सामान्य हो जायेगा.
इलाज नहीं होने से चिकित्सा सेवा चरमरायी
अधीक्षक ने इमरजेंसी शुरू करायी जूनियर डॉक्टरों ने बंद कराया
कहा, जबतक सुरक्षा नहीं मिलेगी काम पर नहीं लौटेंगे
एक दर्जन से अधिक गंभीर मरीज चले गये प्राइवेट हॉस्पिटल
– प्राचार्य व अधीक्षक के बयान पर अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी