ब्रह्मपुरा में महिला से दुर्व्यवहार पर एस्सेल कर्मचारी को पीटा

मुजफ्फरपुर : बकाया वसूली के दौरान महिला से दुर्व्यवहार करना एस्सेलकर्मी को गुरुवार को महंगा पड़ गया. आक्रोशित ब्रह्मपुरा शारदा मार्केट के दुकानदारों व स्थानीय लोगों ने वसूली शाखा से जुड़े इरशाद हुसैन नामक कर्मी की जमकर पिटाई कर दी. कुछ देर बाद इरशाद ने भी अपने समर्थन में आसपास के लोगों को जुटा लिया. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 28, 2017 3:22 AM

मुजफ्फरपुर : बकाया वसूली के दौरान महिला से दुर्व्यवहार करना एस्सेलकर्मी को गुरुवार को महंगा पड़ गया. आक्रोशित ब्रह्मपुरा शारदा मार्केट के दुकानदारों व स्थानीय लोगों ने वसूली शाखा से जुड़े इरशाद हुसैन नामक कर्मी की जमकर पिटाई कर दी. कुछ देर बाद इरशाद ने भी अपने समर्थन में आसपास के लोगों को जुटा लिया. दरअसल इरशाद भी ब्रह्मपुरा के आसपास की मोहल्ला में ही रहता है. इसके बाद महौल काफी तनावपूर्ण हो गया. दोनों पक्ष के लोग काफी देर तक वहां हल्ला-हंगामा किया.

स्थिति जब बिगड़ने लगी, तो मौके पर पहुंचे कंपनी के वरीय अधिकारियों ने हस्तक्षेप कर मामला को शांत कराया. दोनों पक्षों ने ब्रह्मपुरा थाने में एक-दूसरे के खिलाफ एफआइआर के लिए आवेदन दिया, लेकिन कंपनी के वरीय अधिकारी की कोशिश पर देर रात तक आपस में मामले को सुलझा लिया गया. थाना इंचार्ज के मुताबिक समझौता हो जाने के कारण प्राथमिकी नहीं दर्ज की गयी है.

शारदा मार्केट की घटना
बकाया वसूली के दौरान कनेक्शन काटने की कार्रवाई से आक्रोशित लोगों ने एस्सेलकर्मी को घेरा
ब्रह्मपुरा में ही कर्मी का आवास होने के कारण जुट गये दोनों पक्षों के लोग
कंपनी के वरीय अधिकारी के हस्तक्षेप पर शांत हुआ विवाद
14 हजार रुपये बकाया पर हुआ विवाद : शारदा मार्केट के अभिषेक कुमार के यहां एस्सेल का 14 हजार 200 रुपये बकाया था. वसूली के लिए कंपनी के वसूली शाखा से जुड़े कर्मचारी वहां पहुंचे थे. कर्मचारी जब दुकान के अंदर मीटर चेक करने के लिए घुसने लगे, तो महिला ने विरोध किया. इस पर महिला के साथ दुर्व्यवहार करते हुए कंपनी के कर्मचारी ने विजिलेंस से जुड़े कर्मचारी को भी मौके पर बुला लिया. इसी के बाद वहां मारपीट व हल्ला-हंगामा शुरू हो गया. हालांकि, कनेक्शन काटने की कार्रवाई व हुई मारपीट की घटना के बाद में अभिषेक कुमार ने बकाया राशि जमा कर दिया.
इसके बाद दोबारा कनेक्शन भी जोड़ दिया गया है.
बकाया बिल वसूली के दौरान एस्सेल के कर्मचारी से जानबूझकर उलझने की कोशिश की गयी. कर्मचारी के लोकल होने के कारण जब उसके साथ मारपीट हुई, तब वहां लोगों की भीड़ जुट गयी. ऐसे मामला को सुलझा लिया गया है. महिला के साथ दुर्व्यवहार की बात गलत है.
राजेश कुमार चौधरी, पीआरओ, एस्सेल

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