20 साल बाद जयंती के परिजनों को न्याय
मुजफ्फरपुर : करजा थाना के गोरियारा गांव में आपसी विवाद को लेकर जयंती देवी की हत्या 7 मार्च 1997 को कर दी गयी थी. मृतका की पुत्री राजकुमारी देवी ने गांव के ही योगी साह,अजय साह,जीतन साह व महेश साह को अभियुक्त बनाया था. जयंती की हत्या करने के बाद उक्त चारों आरोपित साक्ष्य को […]
मुजफ्फरपुर : करजा थाना के गोरियारा गांव में आपसी विवाद को लेकर जयंती देवी की हत्या 7 मार्च 1997 को कर दी गयी थी. मृतका की पुत्री राजकुमारी देवी ने गांव के ही योगी साह,अजय साह,जीतन साह व महेश साह को अभियुक्त बनाया था. जयंती की हत्या करने के बाद उक्त चारों आरोपित साक्ष्य को छिपाने के लिए उसे शव का जलाने का भी प्रयास किया था.
लेकिन ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. कांड दर्ज होने के 20 साल बाद जिला जज हरेंद्र नाथ तिवारी ने गवाह व साक्ष्याें के आधार पर योगी साह और अजय साह को आजीवन कारावास के साथ ही एक हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई है.