मुजफ्फरपुर : लक्ष्मी चौक पर 21 अप्रैल को एमआइटी छात्रों व पेट्रोल पंपकर्मी के बीच हुई मारपीट की घटना में प्रशासन को अब तक कोई सुराग नहीं मिला है. पेट्रोल पंप से जो सीसीटीवी फुटेज मिले हैं, उसमें मारपीट में शामिल दोनों पक्ष के लोग कैद हैं. लेकिन, उसकी तसवीर इनती धुंधली व अस्पष्ट है कि उनकी पहचान करना मुश्किल है.
इस मामले में पेट्रोल पंप के मैनेजर की भूमिका भी संदिग्ध है. सीसीटीवी फुटेज देखने के बावजूद घटना में शामिल पांच पंपकर्मियों को पहचानने से उन्होंने इनकार कर दिया है. यही नहीं, एसडीओ पूर्वी ने जब उनसे सीसीटीवी फुटेज की कॉपी उपलब्ध कराने को कहा, तो उन्होंने यह कह कर इनकार कर दिया कि इसके लिए पहले इंजीनियर से बात करनी होगी. इसका खुलासा खुद एसडीओ पूर्वी की रिपोर्ट से हुआ है.
उन्होंने यह रिपोर्ट प्रमंडलीय आयुक्त के सचिव श्याम किशोर को सौंपी है.
हालांकि, उन्हें अब भी उम्मीद है कि पेट्रोल पंप के सीसीटीवी कैमरे से सुराग हाथ लग सकता है. इसके लिए सीसीटीवी फुटेज की जांच ब्रह्मपुरा थाना व कॉलेज प्रबंधन से भी कराने का फैसला लिया गया है. एसडीओ पूर्वी ने इसके लिए पेट्रोल पंप के मैनेजर को सीसीटीवी फुटेज की एक-एक काॅपी ब्रह्मपुरा थाना व एमआइटी प्राचार्य को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है.
छात्रों को बचाने की कोशिश कर रहा कॉलेज प्रबंधन
एसडीओ पूर्वी की रिपोर्ट से कॉलेज प्रबंधन पर भी सवाल उठ रहे हैं. उस पर अपने छात्रों को बचाने का आरोप लग सकता है. जब एसडीओ पूर्वी ने एमआइटी प्राचार्य से इस संबंध में बात की तो, जवाब मिला, छात्रों ने घटना में शामिल होने से इनकार किया है. 21 अप्रैल की घटना के दिन ही प्राचार्य ने मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया था. लेकिन, अभी तक उसकी रिपोर्ट नहीं आयी है.
अब प्राचार्य ने कमेटी को दुबारा पत्र लिख कर जल्द-से-जल्द रिपोर्ट देने को कहा है.
अटेंडेंट से नोकझोंक के
बाद हुई थी मारपीट
खुद एसडीओ पूर्वी ने पेट्रोल पंप पर जाकर 21 अप्रैल की सुबह का सीसीटीवी फुटेज देखा. उसमें दिखा कि सुबह 8:49 बजे तीन व्यक्ति बाइक से आकर तेल भरवाते हैं. वे कुछ सिक्के का भुगतान करते हैं. पेट्रोल पंपकर्मी उसकी गिनती करता है. इसी क्रम में मृत्युंजय कुमार, जो पेट्रोल पंप पर कस्टमर अटेंडेंट हैं, से उन तीनों की बकझक शुरू होती है, जो मारपीट में बदल गयी.
पेट्रोल पर पंप पर मौजूद अन्य ग्राहक व कर्मी बीच-बचाव कर मामला शांत कराते हैं. यह पूरा घटनाक्रम करीब सात मिनट तक चला. सुबह 9:30 मिनट में करीब एक दर्जन लोग वहां आते हैं व पेट्रोल पंपकर्मी से भिड़ जाते हैं. पेट्रोल पंप पर कार्यरत पांच अन्य लोग भी वहां पहुंचते हैं. दोनों पक्षों के हाथ में डंडे हैं, जो एक-दूसरे पर चला रहे हैं. एसडीओ पूर्वी ने पेट्रोल पंप के मैनेजर से जब पूछताछ की तो उसने फुटेज में दिख रहे किसी व्यक्ति को पहचानने से इनकार कर दिया.