बिना जांच जंकशन पर पेयजल की आपूर्ति
मुजफ्फरपुर: जंकशन से आने-जाने वाले यात्रियों की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है. प्लेटफॉर्म पर यात्रियों को स्वच्छ जल नहीं मिल पा रहा है. यहीं नहीं, 10 मई को जीएम मधुरेश कुमार ने प्लेटफॉर्म निरीक्षण के दौरान पानी के टीडीएस जांच कराने का निर्देश दिया था, लेकिन 15 दिनों बाद भी पानी जांच के […]
मुजफ्फरपुर: जंकशन से आने-जाने वाले यात्रियों की सेहत से खिलवाड़ किया जा रहा है. प्लेटफॉर्म पर यात्रियों को स्वच्छ जल नहीं मिल पा रहा है. यहीं नहीं, 10 मई को जीएम मधुरेश कुमार ने प्लेटफॉर्म निरीक्षण के दौरान पानी के टीडीएस जांच कराने का निर्देश दिया था, लेकिन 15 दिनों बाद भी पानी जांच के लिए कोई पहल नहीं की गयी है.
यात्री प्लेटफॉर्म पर गंदगी के अंबार के बीच बोरिंग का पानी पीने को मजबूर हैं. ए वन श्रेणी के जंकशन होने के बाद भी यहां पर वाटर फिल्टर प्लांट नहीं है. जंकशन के सभी छह प्लेटफॉर्म पर यात्रियों को बोरिंग का पानी ही पीने को मिल रहा है.
वाटर कूलर की स्थिति जजर्र
ठंडा पानी के लिए जंकशन पर तीन जगहों पर वाटर कूलर लगाया गया है. लेकिन गरमी की शुरुआत होने के बाद वाटर कूलर की सफाई भी नहीं की गयी है. प्लेटफॉर्म नंबर पांच व तीन पर लगे वाटर कूलर से निकलने वाली पानी की रफ्तार काफी धीमी है. जीएम ने निरीक्षण के क्रम में इस दिशा में भी सुधार का निर्देश दिया था. लेकिन अभी तक स्थिति जस की तस बनी हुई है. यात्रियों को एक बोतल पानी भरने में 5 से 6 मिनट का समय लगता है.
नल के आसपास गंदगी
प्लेटफॉर्म पर लगे नल के आसपास गंदगी का अंबार लगा रहता है. अक्सर नल के पास मक्खियां भिन-भिनाती रहती हैं. जीआरपी थाने के पास लगे नल पर गंदा पानी लबालब भरा रहता है. सुलभ शौचालय के पास लगे छह नल में से चार नल से ही पानी की सप्लाइ हो रही थी. गीता प्रेस के सटे नल के पास ही कूड़ा उठाने वाला ठेला खड़ा किया जाता है. ठेला पर लदे गंदगी की बदबू से यात्री पीने का पानी उस नल की जगह दूसरे नल से भरने के लिए भटकते दिखे.
50 हजार यात्रियों का आवागमन
जंकशन पर रोजाना 50 हजार से अधिक यात्रियों का आवागमन होता है. सोनपुर मंडल के सबसे अधिक आय वाला जंकशन होने के बाद भी यात्री सुविधाओं की अनदेखी की जाती है. रेलवे के अधिकारी भी नाम न छापने की शर्त पर स्वीकार करते हैं कि मुजफ्फरपुर में यात्रियों को मानक के अनुसार पीने का पानी सप्लाइ नहीं की जाती है. यहां पर वाटर फिल्टर प्लांट की जरूरत है, ताकि एक जगह पानी को फिल्टर कर सप्लाइ किया जा सके. प्रत्येक प्लेटफॉर्म पर अलग-अलग बोरिंग का पानी सप्लाइ होता है.