हर दिन दो घंटे गश्ती करें थानेदार

मुजफ्फरपुर : थानेदारों को अपने-अपने थाना क्षेत्र में प्रतिदिन दो घंटे गश्ती करनी होगी. इस दौरान कोई आपराधिक घटना होने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई भी की जायेगी. अपराध नियंत्रण में विफल थानेदार अयोग्य माने जायेंगे. थानेदारों के काम की समीक्षा प्रत्येक सप्ताह की जायेगी. आपराधिक वारदातों पर लगाम लगाने के लिए तिरहुत क्षेत्र के डीआइजी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 9, 2017 4:43 AM

मुजफ्फरपुर : थानेदारों को अपने-अपने थाना क्षेत्र में प्रतिदिन दो घंटे गश्ती करनी होगी. इस दौरान कोई आपराधिक घटना होने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई भी की जायेगी. अपराध नियंत्रण में विफल थानेदार अयोग्य माने जायेंगे. थानेदारों के काम की समीक्षा प्रत्येक सप्ताह की जायेगी. आपराधिक वारदातों पर लगाम लगाने के लिए तिरहुत क्षेत्र के डीआइजी अनिल कुमार सिंह ने तिरहुत क्षेत्र के सभी पुलिस पदाधिकारियों को निर्देश जारी किया है. नक्सल क्षेत्र में कम्युनिटी पुलिसिंग का निर्देश जारी किया गया है. विशेष बातचीत के दौरान डीआइजी ने अपराध नियंत्रण के लिए जारी किये गये निर्देशों की जानकारी दी.

बढ़ते आपराधिक वारदातों पर चिंता जताते हुए डीआइजी ने थानेदारों को थाना क्षेत्र में स्वयं दो घंटे तक गश्ती करने का निर्देश जारी किया है. इस क्रम में जगह बदल-बदल कर गश्ती करने, उक्त रास्ते से गुजरनेवाले छोटे-बड़े वाहनों की चेकिंग के साथ ही संदिग्धों को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ करने का निर्देश जारी किया है. इस विशेष गश्ती के दौरान किये गये काम की समीक्षा प्रत्येक सप्ताह स्वयं डीआइजी करेंगे. समीक्षा के दौरान उपलब्धि शून्य पाये जाने पर थानेदारों पर कार्रवाई किये जाने की बात डीआइजी ने कही है. सभी थानेदारों को टॉप-10 अपराधियों की सूची बना कर उनकी गिरफ्तारी करने और फरार रहने की स्थिति में उनके घरों की कुर्की-जब्ती का भी निर्देश दिया है. साथ ही थाने में लंबित वारंट व कुर्की के त्वरित निष्पादन के निर्देश दिये हैं.
डीआइजी ने बताया कि इन दिनों अन्य प्रदेश से कमा कर लौटनेवाले यात्रियों के साथ लूटपाट की जा रही है. इस क्रम में कई लोगों की जान भी जा चुकी है. इनमें ऑटो चालकों के भी शामिल होने की बात सामने आ रही है. उन्होंने कहा कि सवारी से लूटपाट मचाने वाले गिरोह के उद‍्भेदन के लिए विशेष स्क्वायड का गठन किया जायेगा.
स्क्वायड में शामिल पुलिस पदाधिकारी सादे वरदी में होंगे, जो ऑटो पर सवारी के वेश में यात्रा के लिए बैठेंगे और वैसे अपराधियों को चिह्नित कर उनकी गिरफ्तारी करेंगे.
साइबर अपराधियों पर नजर रखेंगे तकनीकी रूप से दक्ष इंस्पेक्टर : बढ़ते साइबर क्राइम की रोकथाम के लिए डीआइजी ने रणनीति तैयार की है. इसके तहत दर्ज कांडों के निष्पादन और कांड में शामिल अपराधियों को चिह्नित करने के लिए तकनीकी रूप से दक्ष इंस्पेक्टर को लगाया जायेगा. इन पुलिस निरीक्षकों को साइबर क्राइम करनेवाले अपराधियों पर नजर रखने के साथ ही उनकी गिरफ्तारी की भी जिम्मेवारी होगी.
नक्सल क्षेत्र में होगी कम्युनिटी पुलिसिंग : नक्सल क्षेत्र में कम्युनिटी पुलिसिंग का निर्णय डीआइजी ने लिया है. बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि तिरहुत क्षेत्र के नक्सल प्रभावित इलाके में कम्युनिटी पुलिसिंग होगी. इसके तहत उक्त क्षेत्र में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रचार-प्रसार करने, चिकित्सा के लिए शिविर लगवाने, जमीन व छोटे-मोटे विवादों का शीघ्र निबटारा करने का निर्देश संबंधित पुलिस अधिकारियों को दिया गया है. उन्होंने कहा कि त्वरित कार्रवाई से लोगों का कानून पर भरोसा बढ़ेगा. इसके बाद लोग असामाजिक लोगों के विरुद्ध मुखर होकर पुलिस का सहयोग करेंगे.
अपराध नियंत्रण के लिए डीआइजी ने दिया निर्देश
साइबर क्राइम को रोकने को दक्ष इंस्पेक्टर को दी जायेगी जिम्मेवारी
टॉप-10 अपराधियों की सूची बना कर उन्हें गिरफ्तार करने को कहा
फरार अपराधियों की संपत्ति कुर्क करने व वारंट निष्पादन का आदेश

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