मुजफ्फरपुर : शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा में पैसे के बल पर कैदियों को हर सुविधा उपलब्ध है. जेल में नशे के सामान से लेकर मोबाइल तक मुहैया हो जाता है, बस इसकी कीमत चुकानी होती है. यह सब जेल प्रशासन के नाक के नीचे होता है, लेकिन कारा प्रशासन की इस पर नजर नहीं पड़ती. केंद्रीय कारा के पहले गेट पर सुरक्षा व्यवस्था लुंजपुंज है,
तो दूसरे गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मी वसूली में लगे रहते हैं. बंदी गोलू ठाकुर पहला बंदी नहीं है, जिसने केंद्रीय कारा के अंदर से फोन कर धमकी दी है. इससे पहले भी जेल के अंदर से फोन कर रंगदारी, हत्या की धमकी, गिरोह संचालन और फेसबुक अपडेट होते रहे हैं. लेकिन जेल प्रशासन हर बार यह कह कर पल्ला झाड़ लेता है कि जेल के अंदर मोबाइल नहीं है.
जेल सूत्रों के अनुसार, शनिवार को जेल प्रशासन ने जब गोलू ठाकुर से पूछताछ की, तो उसने इस बात का खुलासा किया कि जब भी उसे मोबाइल की जरूरत होती थी, उसे वार्ड नंबर 10 से मिल जाया करता था. उसने इस बात का भी खुलासा किया कि जेल के अंदर से फेसबुक पर जो तसवीर अपलोड की जाती है, वह बंदियों के साथ ली गयी सेल्फी होती है.