एरिया कमांडर रोहित ने भारती को बताया पत्नी
मुजफ्फरपुर: महिला चेतना मंच की संयोजिका भारती माओवादियों के उत्तर बिहार पश्चिमी जोनल कमेटी के एरिया कमांडर रोहित उर्फ बबलू की दूसरी पत्नी है. यह खुलासा रोहित के बयान से हुआ है. उसने पुलिस को बताया, उसकी पहली शादी 2008 में वैशाली जिले के करताहां ओपी क्षेत्र के फतेहपुर गांव निवासी हरेंद्र सहनी की पुत्री […]
मुजफ्फरपुर: महिला चेतना मंच की संयोजिका भारती माओवादियों के उत्तर बिहार पश्चिमी जोनल कमेटी के एरिया कमांडर रोहित उर्फ बबलू की दूसरी पत्नी है. यह खुलासा रोहित के बयान से हुआ है.
उसने पुलिस को बताया, उसकी पहली शादी 2008 में वैशाली जिले के करताहां ओपी क्षेत्र के फतेहपुर गांव निवासी हरेंद्र सहनी की पुत्री इंदू से हुई थी. शादी के बाद रोहित एक पुत्री का पिता बना, जिसका नाम क्रांति रखा गया. हालांकि, कुछ साल बाद दोनों के बीच संबंध विच्छेद हो गया. रोहित ने दूसरी शादी मीनापुर के खरहर निवासी राज कुमार प्रसाद की पुत्री भारती से की. वर्तमान में वह महिला चेतना मंच की संयोजिका है, जो लगातार गरीबों पर अत्याचार का मसला उठा कर आंदोलन करती रही है. उसे डेढ़ साल का लड़का है, जिसका नाम भी क्रांति रखा गया है.
इस नये खुलासे से पुलिस व खुफिया एजेंसियों की बेचैनी बढ़ गयी है. रोहित के पास से बरामद नक्सली साहित्य से भी कई खुलासे हुए हैं. उसने स्वीकार किया है कि तत्काल उसकी योजना पुलिस जीप को उड़ाने की थी. लेकिन उसने लोकल पुलिस पर हमला करने की बात से इनकार किया है.
कई थानों की पुलिस से मधुर संबंध
बताया जाता है कि पश्चिमी क्षेत्र के कई थाना पुलिस से रोहित के मधुर संबंध है. रोहित के पास से पुलिस ने एक लैपटॉप, पेन ड्राइव, 12 मोबाइल, पिस्टल, 7 एमएम 14 कारतूस, दो मैगजीन व सीडी सहित अन्य सामान बरामद किया है. लैपटॉप की जांच में भी पुलिस को कई सुराग हाथ लगे हैं. इसमें कई बड़े नेताओं के नाम शामिल है. हालांकि पुलिस पूरे मामले को गोपनीय रखे हुए है. पुलिस से मधुर संबंध होने की बात सामने आने से खुफिया एजेंसी भी परेशान है. एजेंसी के अधिकारी रोहित से जेल में जाकर भी पूछताछ कर सकते है. रोहित के पुलिस के संबंध में अपने बड़े अधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है. खुलासे के बाद पुलिस के वैसे अधिकारी व कर्मियों की बेचैनी बढ़ गयी है, जिनका उससे ताल्लुक था. अब यह अटकलें लगायी जा रही है कि जब कभी नक्सलियों के ठिकाने पर छापेमारी की योजना बनायी जाती थी, उसके पूर्व नक्सली फरार हो जाते थे. दियरा क्षेत्र में नक्सली प्रशिक्षण की सूचना पर एसएसबी, सीआरपीएफ, कोबरा बटालियन, एसटीएफ, बीएमपी, सैप जवान सहित कई जिलों की पुलिस ने छापेमारी की थी, लेकिन पुलिस को कुछ हाथ नहीं लगा था.
मनन सिंह हत्याकांड में संलिप्तता
रोहित सहनी ने स्वीकार किया है कि उसके ही दस्ते ने देवरिया के धरफरी निवासी मनन सिंह की हत्या की थी. पश्चिमी क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक कांडों में उसने संलिप्तता स्वीकार की थी. हाल में ही उसने जन अदालत लगा कर एक युवक को हाथ काट कर सजा दी थी. औराई विधायक के पेट्रोल पंप पर हमले में रोहित का नाम सामने आने पर उसकी जांच की जा रही है.