मुजफ्फरपुर : मेयर व उप मेयर बनाने के लिए चल रही रस्सा-कस्सी के बीच किंगमेकर बनने का भी खेल चल रहा है. मेयर बनाने के बहाने निगम राजनीति पर अपना वर्चस्व कायम करने के लिए अलग-अलग कूटनीति बनायी जा रही है. चुनाव तक जिस प्रत्याशी को हराने के लिए चक्रव्यूह तैयार किया था, आज उसी उम्मीदवार पर दावं लगाये जा रहे हैं. राजनीतिक गलियारों से जो बातें सामने आ रही हैं, उससे तीसरा मोरचा को लेकर अलग-अलग चर्चा है.
जीते हुए एक पार्षद ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि लड़ाई तो दो खेमों के ही बीच है, लेकिन कई लोग खुद ही किंगमेकर बनने की रणनीति में जुटे हुए हैं. हालांकि, इसकी भनक पार्षदों को लग चुकी है. उनकी मानें तो तीसरे खेमे का कोई वजूद नहीं है. सब कुछ तय हो चुका है. मेयर व उप मेयर के नाम पर सहमति बन चुकी है. दोनों खेमा एक ही प्रत्याशी पर डिप्टी मेयर का दावं खेल रहा है. लेकिन मेयर के नाम पर दोनों खेमों में मतभेद है. इसी बात को लेकर तीसरे खेमे को सामने लाया गया है. इधर, वार्ड 33 से सबसे ज्यादा वोट से जीतने वाली रेशमी आरा के पति मो अबदुल्लाह ने भी कहा कि उनकी पत्नी भी मेयर के रेस में है. उन्हें समर्थन प्राप्त हो चुका है.