अहियापुर से जुगनू समेत तीन गिरफ्तार

ठेकेदार की हत्या की थी योजना मुजफ्फरपुर : ठेकेदारी सहित जिले के कई कारोबार पर वर्चस्व को लेकर शहर में गोलीबारी और हत्याकांड को अंजाम देने के इरादे से जुटे शातिर जुगनू डॉन और उसके तीन गुर्गों को पकड़ने में पुलिस को कामयाबी मिली है. गिरफ्तार जुगनू और उसके सहयोगियों के पास से भारी मात्रा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 2, 2017 4:07 AM

ठेकेदार की हत्या की थी योजना

मुजफ्फरपुर : ठेकेदारी सहित जिले के कई कारोबार पर वर्चस्व को लेकर शहर में गोलीबारी और हत्याकांड को अंजाम देने के इरादे से जुटे शातिर जुगनू डॉन और उसके तीन गुर्गों को पकड़ने में पुलिस को कामयाबी मिली है.
गिरफ्तार जुगनू और उसके सहयोगियों के पास से भारी मात्रा में पिस्तौल,गोली,गांजा और शराब की बरामदगी हुई है. बाकी
अहियापुर से जुगनू
पुलिस जुगनू सहित गिरफ्तार सभी
अपराधियों से पूछताछ कर रही है.
20 दिनों से पुलिस के निशाने पर था गिरोह
तीन माह पहले जेल से छूटने के बाद से ही शातिर अपराधी कटरा थाने का धनौर निवासी धर्मेंद्र सिंह उर्फ जुगनू जिले में वर्चस्व स्थापित करने के लिए गैंगवार करना चाहता था. उसके निशाने पर शहर के कई ठेकेदार व भूमि कारोबारी थे. जुगनू विरोधी गुट से जुड़े ठेकेदार की हत्या कर ठेकेदारी के व्यवसाय पर अपना वर्चस्व स्थापित करना चाहता था.
उसके इस रणनीति की भनक भी पुलिस को लग गयी थी. एसएसपी विवेक कुमार जुगनू गिरोह को दबोचने के लिए नगर डीएसपी आशीष आनंद और पूर्व डीएसपी मुतफिक अहमद के संयुक्त नेतृत्व में टीम का गठन किया था. टीम में अहियापुर के प्रभारी थानाध्यक्ष सत्येंद्र कुमार मांझी,दारोगा योगेंद्र प्रसाद,परमानंद सिंह के साथ सर्विलांस शाखा के पदाधिकारी और एसआइटी टीम को शामिल किया था.
अहियापुर चौक से हुई गिरफ्तारी
बुधवार को एसएसपी विवेक कुमार को जुगनू गिरोह के शहर में पहुंचे की सूचना मिली. इस जानकारी के बाद पुलिस हरकत में आयी. नगर और पूर्वी डीएसपी टीम में शामिल सभी पुलिस पदाधिकारी को सादे वरदी में अहियापुर चौक पहुंचने का निर्देश देते हुए वहां कूच कर गये. चौक पर स्वीफ्ट कर पर सवार जुगनू सहित उसके तीन गुर्गे संतोष कुमार (धनौर),नितिन कुमार (शाही मीनापुर) और सोनू कुमार (सहवाजपुर,अहियापुर) को गिरफ्तार कर लिया.
तलाशी लेने पर इन अपराधियों के पास से तीन पिस्टल,एक देशी पिस्तौल, 25 गोली जिसमें 7.62 की आठ ,7.63 की 2 ,7.65 की पांच ,9 एमएम की 10 गोली के साथ ही विदेशी शराब और गांजा की बरामदगी हुई. जुगनू के पास से बरामद कार भी लूट की होने की बात सामने आयी है.
शंभु-मंटू गिरोह के सफेदपोश ठेकेदार की हत्या की थी योजना
जुगनू विरोधी गुट के एक नामी ठेकेदार की हत्या कर दहशत फैलाने के इरादे से यहां अपने आपराधिक साथियों के साथ जुटा था. एसएसपी विवेक कुमार ने बताया कि अपराधियों के पास के बरामद सभी पिस्टल और देशी पिस्तौल रेडी पोजीशन में थे. पूछताछ के दौरान अपराधियों ने शंभु-मंटू गिरोह से जुड़े एक नामी ठेकेदार की हत्या के इरादे से यहां पहुंचने की बात स्वीकारी है. इस हत्या के बाद दहशत फैला कर वह ठेकेदारी व्यवसाय पर अपना वर्चस्व स्थापित करना चाहता था.
शंभु-मंटू गिरोह से है अदावत
जुगनू व शंभु-मंटू गिरोह के बीच एक लंबे समय से अदावत जारी है. इस क्रम में पहले भी कई हत्याएं हो चुकी है. शातिर शंभु सिंह भी उसी के गांव धनौर का है. शंभु-मंटू गिरोह का केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्लयूडी) के ठेकेदारी पर दबदबा है. इधर जेल से छूटने के बाद जुगनू की नजर भी सीपीडब्लयूडी के ठेकेदारी पर है. इसी को लेकर वह गैंगवार कर दहशत स्थापित करना चाहता था. इसके लिए उसे मुजफ्फरपुर और सीतामझ़ी के कई सफेदपोशों का संरक्षण भी प्राप्त था. पुलिस के समक्ष उसके संरक्षण कर्ता के नाम का भी खुलासा हो चुका है.
दोनों डीएसपी किये जायेेंगे सम्मानित
जुगनू सहित उसके तीन शूटरों की गिरफ्तारी में शामिल नगर डीएसपी आशीष आनंद और पूर्वी डीएसपी मुतफिक अहमद को विशेष रूप से सम्मानित करने की घोषणा एसएसपी ने की है. एसएसपी ने कहा कि इस गिरोह की गिरफ्तारी काफी सूझ-बूझ से की गयी है. शहर में कोहराम मचाने के लिए पहुंचे इन अपराधियों की गिरफ्तारी सादे वरदी में की गयी है. पुलिस वरदी में रहने पर ये हाथ नहीं आते. सभी अपराधी अपने-अपने हथियार को तैयारी पोजिशन में रखे हुए थे. ऐसे में अगर थोड़ी सी चूक होती तो किसी पुलिस अधिकारी की जान जा सकती थी.
भारी मात्रा में हथियार
व गोली बरामद
गांजा और शराब की बोतलें भी बरामद
पूछताछ में हुए कई खुलासे

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