वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर बीआरएबीयू में सोमवार को सीनेट हॉल में कुलपति प्रो.डीसी राय की अध्यक्षता में सभी विभागाध्यक्षों की बैठक हुई. इसमें कुलपति ने रिसर्च की गुणवत्ता व अन्य मुद्दों को लेकर विभागाध्यक्षों से बात की. कहा कि शोध की गुणवत्ता बेहतर हो इसके लिए सभी विभागाध्यक्षों व शिक्षकों को प्रयास करना होगा. कहा कि पीएचडी के लिए अभ्यर्थियों को तीन सुपरवाइजर चुनने का विकल्प मिलेगा. इसमें से यदि पहला सुपरवाइजर शोध के लिए तैयार नहीं होता है तो अगले के साथ अभ्यर्थी शोध कर पाएंगे. शोधार्थियों को गाइड चुनने के लिए यह छूट दी गयी है. वहीं को-गाइड रखने पर भी बात हुई. कहा गया कि जिन विश्वविद्यालयों के साथ बीआरएबीयू का करार हुआ है, अभ्यर्थी चाहें तो वहां के शिक्षक को को-गाइड बना सकते हैं. कुलपति ने कहा कि पीएचडी में डिपार्टमेंटल रिसर्च काउंसिल महत्त्वपूर्ण है. संबद्ध कॉलेजों के शिक्षकों को गाइड बनाने पर विभागाध्यक्षों में ही आपसी सहमति नहीं बनी. कुछ विभागाध्यक्ष संबद्ध कॉलेजों के शिक्षकों को गाइड बनाए जाने के निर्णय को नियमानुसार सही बता रहे थे तो कुछ ने इसका विरोध किया. इसके बाद निर्णय लिया गया कि अंगीभूत कॉलेज के शिक्षकों को ही गाइड बनाया जाये. प्लेगरिज्म जांच में नहीं हो चूक कुलपति ने बैठक के दौरान प्लेगरिज्म जांच पर चर्चा की. कहा कि कई बार जांच के क्रम में शून्य प्रतिशत प्लेगरिज्म की रिपोर्ट आ जाती है, लेकिन ऐसा होना मुश्किल है. कहा कि प्लेगरिज्म जांच ठीक से करें इसमें कोई चूक न हो. उन्होंने निर्देश दिया कि कोर्स वर्क शुरू होने के साथ ही अभ्यर्थियों को सुपरवाइजर मिल जाएं इसकी व्यवस्था करें.
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