मुजफ्फरपुर. साइबर अपराधियों के सॉफ्ट टारगेट जिले के सीएसपी संचालक बन गए हैं. ये अपराधी पहले संचालकों को मजबूरी बताकर अपने जाल में फंसाते हैं, फिर क्यूआर कोड को स्कैन करके उनसे रुपये ले लेते हैं. कुछ दिन के बाद उनका अकाउंट होल्ड कर दिया जाता है.
15 दिनों में साइबर अपराधियों ने पांच थाना क्षेत्र गायघाट, पियर, अहियापुर, मीनापुर, बोचहां व मुसहरी थाना क्षेत्र के सीएसपी संचालक अपना शिकार बनाया है. खाता होल्ड होने के बाद पीड़ित संचालक मामले की शिकायत करने के लिए बड़ी संख्या में साइबर थाने पहुंच रहे हैं. पुलिस ने संचालकों से पूछताछ की तो पता चला कि दो बाइक सवार चार अपराधी उनके पास आते हैं.
पहले छोटा- मोटा ट्रांजेक्शन करके नजदीकी बढ़ाता है. फिर, मां, पिता या परिवार के किसी सदस्य को बीमार होने की बात कह कर क्यूआर कोड स्कैन करके कैश ले लेता है. फिर, दूसरा तरीका यह बताता है कि वह अपने एक परिचित से आपके खाते में 10 हजार रुपये मंगवा रहा है. आप नौ हजार रुपये कैश दे दीजिए.
सीएसपी संचालक लालच में पड़कर उन्हें रकम दे दे रहे हैं और उनका खाता होल्ड हो जा रहा है. साइबर डीएसपी सीमा देवी ने बताया कि सीएसपी संचालकों से ठगी का नया ट्रेंड सामने आया है. पिछली बार साइबर पुलिस ने जो गिरोह पकड़ा था उसमें सिर्फ एक ही तरीके से मजबूरी बताकर साइबर अपराधी क्यूआर कोड स्कैन कर कैश ले लेता था.
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