जमीन सर्वेक्षण के लिए सभी 16 अंचल में एक स्पेशल कैंप
जमीन सर्वेक्षण के लिए सभी 16 अंचल में एक स्पेशल कैंप
मुजफ्फरपुर. जमीन सर्वे को लेकर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की ओर से गाइडलाइन जारी की गयी है. सर्वे का काम तेजी हो, इसके लिए सभी अंचलों में विशेष कैंप की स्थापना होगी. जिला में जमीन सर्वे करने वाली टीम ने योगदान दे दिया है. इनका ट्रेनिंग चल रही है. इसके बाद इनकी ड्यूटी स्पेशल कैंप में होगी. प्रत्येक शिविर में एक विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी, दो कानूनगो, दो लिपिक होंगे. चार गांव के लिए एक विशेष सर्वेक्षण अमीन की तैनाती होगी. प्रत्येक शिविर के लिए उपस्कर व अन्य सामग्री की खरीद होगी. सामग्री में मापने टेप, गुनिया, फ्लोटिंग स्केल, तख्ती तिपाई, सूजा कैल कुलेटर और गैप कंटेनर होगा. सबसे पहले छोटे मौजा से सर्वे का काम शुरू होगा. इसे पूरा करने के बाद बड़े मौजा में सर्वे शुरू होगा. सर्वे के लिए हर अमीन को चार मौजा आवंटित किए जा रहे हैं. जमाबंदी की संख्या के हिसाब से मौजा को छोटे और बड़े मौजा में बांटा गया है. गुलजारबाग सर्वेक्षण कार्यालय को निर्देश दिया गया है कि जिन क्षेत्रों में नक्शा बनाने का काम चल रहा है, वहां के नक्शे प्रिंट करके सर्वेक्षण शिविर कार्यालयों में उपलब्ध कराएं. दरअसल, भूमि सर्वे यह एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया जो भूमि संबंधित वैध जानकारियां जिसकी भू-उपयोग, भू-विकास, भू-प्रबंध, भू-विवाद के मामले का समाधान होता है. भूमि के किसी हिस्से का स्थान, क्षेत्रफल, सीमा मापने की और मानचित्र तैयार करने की प्रक्रिया भू-सर्वेक्षण के अंतर्गत होती है. सर्वे शुरू करने से पहले भू-स्वामियों (रैयतों) के बीच स्वघोषणा पत्र यानी फॉर्म-2 बांटने के साथ-साथ इस संबंध में प्रचार-प्रसार और माइकिंग का काम अगले कुछ दिनों में शुरू हो जाएगा. स्वघोषणा पत्र बांटने की जिम्मेदारी अंचल कर्मचारी को दी जाएगी, हालांकि स्वघोषणा पत्र के लिए कोई समय सीमा तय नहीं होगी.
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