मुजफ्फरपुर. जिला कोषागार से एसी बिल पर करीब 1.30 अरब रुपये की निकासी अलग-अलग विभाग द्वारा की गयी. लेकिन इस राशि के खर्च का लेखा – जोखा नहीं दिया गया. गंभीर बात यह है कि इस राशि को बीते 22 साल के बीच में निकासी की गयी है. इस राशि का डीसी बिल न मिलने पर महालेखाकार ने आपत्ति जतायी है. महालेखाकार की आपत्ति के बाद कोषागार पदाधिकारी ने सभी विभाग के संबंधित अधिकारी को हिसाब जमा करने का निर्देश दिया है. महालेखाकार ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि मुजफ्फरपुर में यह निकासी की गयी है. वर्ष 2002 से लेकर 2024 तक अलग अलग विभागों ने यह राशि कोषागार से निकाली है. 1.30 अरब की यह निकासी कुल 1150 बिल के माध्यम से की गयी है, जिसका हिसाब अधिकारियों ने अब तक नहीं जमा किया है. वरीय कोषागार पदाधिकारी ने सभी विभाग के निकासी व व्ययन पदाधिकारी को कहा है कि महालेखाकार ने डीसी बिल मिलने तक एसी बिल पर नये निकासी पर रोक लगाने को कहा है. ऐसी स्थिति में हर हाल में सभी निकासी व व्ययन पदाधिकारी यह सुनिश्चित करें कि एसी बिल पर निकाली गई 1.30 अरब की राशि का समायोजन तुरंत किया जाये. उल्लेखनीय है कि वित्त विभाग के नियमानुसार एसी बिल पर हुई निकासी के बदले अधिकारियों को छह माह के भीतर डीसी बिल जमा करना होता है. लेकिन जिले में 22 वर्ष पूर्व हुई निकासी का भी अब तक डीसी बिल जमा नहीं किया गया है. वरीय कोषागार पदाधिकारी ने कहा है कि सभी विभाग को महालेखाकार की आपत्ति से अवगत कराया गया है. डीसी बिल जमा करने के साथ ही महालेखाकार को स्थिति की रिपोर्ट देनी है. पहले भी डीसी बिल को लेकर रिमांइडर किया जा चुका है.
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