वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
उमस बढ़ी तो एइएस से बच्चे पीड़ित होने लगे हैं. इधर कई बच्चे पीकू पहुंचने लगे हैं. शुक्रवार को एसकेएमसीएच स्थित पीकू वार्ड में भर्ती एक और बच्ची में एइएस की पुष्टि हुई है. उसकी पहचान बरुराज के मंजय कुमार की पांच साल की बेटी अन्नू प्रिया के रूप में हुई.स्वास्थ्य विभाग की टीम प्रभावित इलाके में कैंप कर रही है. एइएस से एक और पीड़ित बच्चे के मिलने से इस बीमारी के तेजी से फैलने के संकेत मिल रहे हैं. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ गोपाल शंकर सहनी ने बताया कि 15 मई को इलाज के लिए उसे एसकेएमसीएच लाया गया. उसका सैंपल जांच के लिए भेजा गया. रिपोर्ट आने पर एइएस की पुष्टि हुई. 17 मई को बच्ची की स्थिति सामान्य हाेने पर उसे डिस्चार्ज कर दिया गया.
उन्होंने कहा कि बीमार पड़ने पर अगर बच्चे का सही समय पर इलाज हो तो उसकी जान नहीं जायेगी. जनवरी से लेकर अब तक 12 केस एसकेएमसीएच में एइएस के मिले हैं. इसमें जिले के सात, सीतामढ़ी के 3 केस व शिवहर व वैशाली का एक-एक केस मिला है.क्या हैं लक्षण
एइएस से पीड़ित मरीजों को तेज दर्द के साथ शरीर ऐंठने लगता है और तेज बुखार आता है. कई बार तो बुखार इतना तेज होता है कि बच्चे बेहोश हो जाते हैं. मरीजों को कई बार उल्टी होती है और वे चिड़चिड़े हो जाते हैं. लेकिन अगर इलाज में देर होने पर बीमारी बढ़ जाए तो मरीज में निम्नलिखित लक्षण दिखाई देते हैं. इसमें रोगी का दिमाग काम करना बंद कर देता है और वो भ्रमित हो जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है