मुजफ्फरपुर.
जयनगर से नयी दिल्ली जाने वाली स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस पर हुए पथराव के बाद गाड़ी का ए-1 एसी कोच 165 कि.मी. खिड़की में बगैर शीशे का ही चला. हालात यह हो गये कि कोच अटेंडेंट के साथ यात्रियों को बेड रोल के चादर को टूटी खिड़की के पास पकड़ कर यात्रा करनी पड़ी. रफ्तार की वजह से चादर भी नहीं टिक पा रहा था. इसके बाद यात्रियों ने अटेंडेंट से व्यवस्था कर हार्ड टेप चिपकाया, वह भी ठीक ढंग से नहीं अटक रहा था. बीते दिनों गुरुवार की रात मुजफ्फरपुर से गाड़ी खुलने के बाद ए-1 कोच के 32 नंबर बर्थ पर सफर कर रहे एमएन हसन नाम के यात्री ने रेल मदद से स्थिति का वीडियो बनाते हुए मदद की मांग की. वहीं समस्तीपुर में खिड़की का शीशा टूटने के बाद मुजफ्फरपुर, हाजीपुर, सोनपुर होते हुए छपरा पहुंचने पर कोच के शीशा को बदला गया. इस बीच 165 किमी. के सफर में तेज हवा और समस्या को लेकर यात्री परेशान रहे.जांच में हुआ खुलासा : विक्षिप्त ने किया था स्वतंत्रता सेनानी पर पथराव
स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस पर पथराव के मामले में आरपीएफ ने जांच की. इसमें विक्षिप्त व्यक्ति द्वारा प्लेटफार्म पर ही ट्रेन पर पथराव करने की बात सामने आ रही है. सीसीटीवी फुटेज को खंगालने के बाद यह बात सामने आयी है. जांच टीम में शामिल आरपीएफ के पदाधिकारियों का कहना है कि इसमें एक व्यक्ति की पहचान कर उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी तो पता चला कि वह मानसिक रूप से विक्षिप्त है. फिलहाल जानमाल की कोई क्षति नहीं हुई है. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है. बता दें कि पत्थर लगने से एसी कोच ए 1 सीट नंबर 31, बी 1 सीट नंबर 36, बी 2 सीट नंबर 18, पेंट्रीकार में खिड़की के दो शीशे क्षतिग्रस्त हुए थे. वहीं एस 6 के एक दरवाजे का शीशा, एस 4 के एक दरवाजे का शीशा टूटा था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है