Air Pollution: गर्मी के साथ तेज हवाओं के कारण मुजफ्फरपुर शहर में प्रदूषण का ग्राफ काफी बढ़ा हुआ है. पिछले दो दिन तक तेज पछिया हवा और अब पूरवा हवा के कारण धूल ने शहर की हवा खराब कर दी है. जगह-जगह हो रहे निर्माण और गाड़ियों से निकलने वाले धुएं से शहर की हवा सबसे खराब की स्थिति में पहुंच गयी है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के मानक से हवा में प्रदूषण पांच से छह गुना तक बढ़ा हुआ है.
शहर की बात करें तो सबसे अधिक खराब हवा जिला जिला स्कूल, चैपमैन रोड, क्लब रोड, मिठनपुरा सहित यहां के आसपास के इलाकों में हैं. यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स पिछले सात दिनों में 250 से 315 तक है. दूसरे स्थान पर एमआइटी क्षेत्र की हवा है. ब्रह्मपुरा, एमआइटी, दाउदपुर से दादर पुल वाले इलाके में प्रदूषण भी काफी है, लेकिन क्लब रोड की अपेक्षा कम है.
सबसे कम प्रदूषण जूरन छपरा, कंपनीबाग, टावर, सूतापट्टी और बैक रोड के इलाके में है. इन क्षेत्रों में प्रदूषण शहर के अन्य जगहों से बेहतर है. शहर में तीन जगहों लगे प्रदूषण मापी यंत्र के आंकड़ों को देखने पर यह पता चलता है कि क्लब रोड वाले इलाके में प्रदूषण सबसे अधिक है. लोगों को कहना है कि नारायणुपर रेलवे स्टेशन पर गिट्टी और सीमेंट उतरने के कारण यहां की धूल इस इलाके में फैलती है, जिससे क्लब रोड सहित अन्य क्षेत्राें में प्रदूषण सबसे अधिक होता है.
प्रदूषण के कारण एलर्जी और सांस फूलने की समस्या
शहर में प्रदूषण बढ़ने के कारण लोगों में एलर्जी और सांस फूलने की समस्या होने लगी है. इससे बचने के लिये डॉक्टर मास्क लगाने की सलाह दे रहे हैं. साथ ही अधिक धूल वाली जगहों पर जाने से बचने की सलाह भी दे रहे हैं. पहले से सांस के मरीजों को दवायें भी लेनी पड़ रही है. डॉक्टरों का कहना है कि लंबे समय तक प्रदूषण में रहने से स्वास्थ्य संबंधी कई परेशानी हो सकती है