रविवार को मुजफ्फरपुर देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा. यहां शाम 4 बजे तक एयर क्वालिटी इंडेक्स 453 रिकॉर्ड किया गया. देश के प्रदूषित शहरो में दूसरे स्थान पर लखनऊ रहा. यहां का एक्यूआई 406 रहा. इससे पहले इसी वर्ष 7 जनवरी को मुजफ्फरपुर देश के सबसे अधिक प्रदूषित शहर में शुमार किया गया था.
मार्च में लॉकडाउन के बाद से शहर की हवा अच्छी हो गई थी, लेकिन बाजार अनलॉक होते ही शहर की हवा खराब होने लगी. दिवाली के समय शहर का एक्यूआई 400 के करीब था. एक-दो सप्ताह में एक्यूआई में कमी आई. लेकिन यह 150 से 300 के करीब रहा.
हालांकि 24 घंटों में हवा अचानक अत्यंत खराब हो गई. 19 दिसंबर को यहां का एक्यूआई 248 रिकॉर्ड किया गया था, जो 24 घंटे में करीब दोगुना हो गया़ केंद्रीय प्रद्षण नियंत्रण पर्षद के आंकड़ों में 20 दिसंबर को मुजफ्फरपुर देश का सबसे अधिक प्रदूषित शहर माना गया. जानकारों का कहना है कि ठंड में हवा के साथ घुले जहरीले गैस आपस में संघनित हो जाते है़ इस कारण यह वातावरण में ही मौजूद रहता है, जिससे हवा अत्यंत खराब स्तर तक पहुंच जाती है.
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स्वास्थ्य के लिहाज से एक्यूआई का स्तर 50 होना चाहिए. डॉक्टर की माने तो यह 100 तक भी हो जाए तो स्वास्थ्य पर बहुत बुरा असर नहीं डालता है, लेकिन इससे अधिक होने पर एलर्जी सहित कई तरह की समस्या होने लगती है. दमा के मरीजों के लिए ऐसी हवा अत्यंत खतरनाक होती है. इससे बचाव नही किया जाए तो मरीजों को गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ता है.
11 – 200
12 – 187
13 – 209
14 – 195
15 – 192
16 – 191
17 – 174
18 – 178
19 – 248
20 – 453
Posted By: Thakur Shaktilochan