वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर बच्चे एइएस से पीड़ित होकर एसकेएमसीएच के पीकू वार्ड में भर्ती हो रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार जिले के मनियारी स्थित केरमा गांव के रहने वाले विजय कुमार के आठ साल के बेटे सुनरान में एइएस की पुष्टि हुई है. इधर, वैशाली के बिदुपुर निवासी राजेश सिंह के पांच साल के बेटे आयुष कुमार में भी एइएस की पुष्टि हुई है. हालांकि आयुष को उसके परिजन बिना बताये पीकू से लेकर चले गये. इसके बाद एसकेएमसीएच के अधीक्षक ने उसे लामा घोषित कर दिया है. हालांकि इलाज के बाद एइएस पीड़ित बच्चा स्वस्थ होकर अपने घर लौट गये हैं. अब तक आये चार बच्चों में एइएस की पुष्टि हुई है. इसमें दो बच्चे सीतामढ़ी व एक शिवहर व एक वैशाली का बताया जाता है. सिविल सर्जन ने कहा कि बच्चों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिले में एइएस को लेकर जागरूकता बढ़ा दी गयी है. बच्चों को धूप में नहीं निकलने व बासी खाना नहीं खाने की सलाह दी जा रही है. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ गोपाल शंकर सहनी ने बताया कि बच्चों को इलाज के लिए एसकेएमसीएच लाया जा रहा है. बच्चे की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे पीकू वार्ड में भर्ती कर एइएस के प्राेटोकॉल के तहत इलाज शुरू किया जाता है. उन्होंने कहा कि बीमार पड़ने पर अगर बच्चे को सही समय पर इलाज की सुविधा मिले तो उसकी जान बचायी जा सकती है.
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