मुजफ्फरपुर. अजय कुशवाहा उर्फ अजय महाकाल की हत्या के मामले में पुलिस को अहम सुराग मिले हैं. पुलिस को जानकारी मिली है कि अजय कुशवाहा की हत्या में शूटरों का संबंध जेल में बंद कुख्यात से है. ऐसे में आशंका है कि जेल से ही हत्याकांड की साजिश रची गई है. मीनापुर के अलीनेउरा में एक मई को अपराधियों ने अजय कुशवाहा की गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी. बताया जाता है कि संतोष कुमार के निर्माणाधीन घर के पास अजय अपनी कार से उतरे थे. वे अभी खड़े ही हुए थे कि बगैर नंबर प्लेट की बाइक से तीन अज्ञात बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी. उन्हें संभलने का मौका ही नहीं मिला. घटनाक्रम में अजय की मौके पर ही मौत हो गयी. अजय की पत्नी निक्की कुमारी ने पुरानी अदावत में हत्या करने का आरोप लगाया. उनके बयान पर सीतामढ़ी के महिंदवारा थाना के बतरौली निवासी राकेश राय व सरोज राय व अहियापुर थाना के झपहां उदन गांव के अर्जुन चौधरी के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी. महिला का कहना था कि राकेश व सरोज अक्सर अजय को धमकाते थे. अर्जुन चौधरी लगातार उनकी गतिविधियों पर नजर रखता था. अजय जेल से कुछ ही दिन पहले जमानत पर बाहर आया था. पुलिस के वरीय अधिकारियों के अनुसार जेल में बंद कुख्यात के इशारे पर ही घटना को अंजाम दिया गया है. ऐसे में सुपारी किलर के रूप में तीन संदिग्धों की पहचान कर ली गयी है. उनकी गिरफ्तारी को लेकर अलग-अलग टीम छापेमारी कर रही है.
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