मुजफ्फरपुर. जिले में टीबी मरीजों के घर में रहने वाले सभी सदस्यों की टीबी जांच स्वास्थ्य विभाग करेगा. जांच के उपरांत अगर किसी परिवार वालों में टीबी बीमारी की पुष्टि नहीं होती है तो उसे आइसोनीयजेड दवा खिलायी जायेगी. यह दवा छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक को दी जायेगी. अगर टीबी मरीज की पुष्टि होती है तो उसे छह माह तक दवा दी जायेगी. यक्ष्मा अधिकारी डॉ सीके दास ने कहा कि जिले में सर्वे करने के लिये एक एनजीओं को दिया गया है. यह एनजीओ टीबी मरीजों के घर जाकर परिवार के लोगों की स्क्रीनिंग करेगी.
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