बंबईया, जर्दा और जर्दालू, अमेरिका के लोग पहली बार चखेंगे मुजफ्फरपुर और दरभंगा के आम
माही ग्रुप ने 100 किलो बंबई, जर्दा और जर्दालू आम जांच के लिए भेजा है. पहली बार मुजफ्फरपुर और दरभंगा से जेद्दा, दमन, यूरोपीय देशों और जापान में आम भेजा जा रहा है
Mangoes Of Bihar: अमेरिका, जापान और यूरोप के लोग पहली बार मुजफ्फरपुर और दरभंगा का आम चखेंगे. इसके लिये माही ग्रुप आम का एक्सपोर्ट करना शुरू किया है. अमेरिका में आम भेजने के लिए वहां के नियम के अनुसार पहले आम को बेंगलुरु भेजा गया है. यहां गामा रेडिएशन ट्रीटमेंट के बाद आम अमेरिका जायेगा.
जापान भेजने के पहले मुंबई में होगी टेस्टिंग
वहीं जापान में आम भेजने से पहले मुंबई के लैब में पेपर हीट ट्रीटमेंट के लिये भेजा जा रहा है. यहां हॉट वाटर ट्रीटमेंट के बाद आम एक्सपोर्ट होगा. हॉट वाटर ट्रीटमेंट से आम के कीटाणु निकल जाते हैं. जापान के मानक के अनुसार इस सर्टिफिकेट के बाद ही आम की सप्लाई होगी.
यूरोप भेजने के लिए पेपर हीट ट्रीटमेंट
यूरोप में आम भेजने के लिये पेपर हीट ट्रीटमेंट जरूरी है. इसके लिये आम लखनऊ भेजा जायेगा. तीन से चार घंटे तक आम का ट्रीटमेंट होगा. इसके बाद अच्छे आम का संग्रह और सर्टिफिकेट के बाद आम की सप्लाई होगी.
सभी देशों में भेजने के लिए अलग-अलग मानक
माही ग्रुप के सीइओ दीपक मिश्रा ने कहा कि सभी देशों का अलग-अलग मानक है. ट्रीटमेंट सर्टिफिकेट के बाद ही वहां आम की सप्लाई होगी. इन देशों में आम की सप्लाई के लिए करीब 100-100 किलो का बैग भेजा गया है. वहां के लोगों को आम पसंद आयेगा तो इसके एक्सपोर्ट का विस्तार किया जायेगा.
खाड़ी देशों के सभी 260 लुलु मॉल में भेजा गया आम
दीपक मिश्रा ने कहा कि खाड़ी देशों में जद्दा और रियाद भी आम भेजा जा रहा है. हम लोगों ने पहली बार मुजफ्फरपुर, दरभंगा और बेतिया के आम दूसरे देशों में भेज रहे हैं. खाड़ी देशों में 260 लुलु मॉल है. सभी मॉल में आम भेजा गया है. अब तक यहां से शाही लीची ही बाहर जाती थी, लेकिन अब आम का भी एक्सपोर्ट हो रहा है. इससे आम उत्पादकों में खुशी है. करीब एक सप्ताह के बाद से हम लोग अधिक संख्या में आम का एक्सपोर्ट करेंगे.