-जिला के 12 निजी अस्पतालों ने ऑपरेशन करने का किया दावा मुजफ्फरपुर. जिला के 12 निजी अस्पताल जो मरीजों के माेतियाबिंद का ऑपरेशन किये हैं, उनके नाम व पते की पूरी जांच के बाद ही भुगतान किया जायेगा. ऑपरेशन करनेवालों निजी अस्पतालों में जांच के दौरान मरीजों की पूरी डिटेल के साथ उनकी आंखों की स्थिति अभी क्या है, के बाद ही अस्पतालों का प्रतिपूर्ति राशि दी जायेगी. ऑपरेशन के बदले सरकार ने 40 लाख रुपये आवंटित किये हैं. राज्य अंधापन निवारण विभाग ने निजी अस्पतालाें काे देने के लिए यह रकम दी है. कई निजी स्वास्थ्य संस्थानाें ने पिछले दिनाें निशुल्क कैंप लगाकर माेतियाबिंद का ऑपरेशन किया था. प्रतिपूर्ति राशि की मांग एसीएमओ कार्यालय की ओर से मुख्यालय से की गई थी. इसके लिए 40 लाख रुपए का आवंटन दिया गया. एक मरीज का ऑपरेशन के बदले 2500 रुपए सरकार की ओर से दिये जाते हैं. ——— मोतियाबिंद ऑपरेशन के बदले अनुदान में 52 लाख रुपये की राशि दी एनजीओ आई हॉस्पिटल के अलावा कुमार फाउंडेशन ट्रस्ट अखाड़ाघाट, सुनैना मेमोरियल आई हॉस्पिटल बोचहां व विश्व स्वाति ईपीलिप्सी मिशन सेवाश्रम अघोरिया बाजार को मोतियाबिंद ऑपरेशन के बदले 5200000 की अनुदान राशि दी गई. हालांकि मुजफ्फरपुर आई हॉस्पिटल में करीब 2000 मरीजों के नाम पते का वेरिफिकेशन नहीं होने कारण उनका अनुदान रोक दिया गया. वर्तमान वित्तीय वर्ष में मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए करार नहीं किया गया है. स्वास्थ्य विभाग ने तीन साल में मोतियाबिंद ऑपरेशन के बदले अनुदान में 52 लाख रुपये की राशि दी थी.
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