BRABU के सभी कॉलेजों में गठित होगा एंटी रैगिंग सेल, प्रभावी बनाने की तैयारी
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के सभी कालेजों में अब एंटी रैगिंग सेल बनेगा. इसको लेकर कवायद शुरू कर दी गई है.
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय (BRABU) में एंटी रैगिंग सेल को प्रभावी बनाने की कवायद शुरू हो गयी है. अब सभी कालेजों में एंटी रैगिंग सेल बनेगा. गुरुवार को कुलपति प्रो. डीसी राय के निर्देश पर गठित एंटी रैगिंग सेल की पहली बैठक सीसीडीसी डा. अमिता शर्मा की अध्यक्षता में हुई. इसमें निर्णय लिया गया कि शुक्रवार से एंटी रैगिंग टीम के सदस्य सभी पीजी विभागों से लेकर महिला और पुरुष छात्रावासों में भ्रमण करेंगे. इस दौरान वे रैगिंग की घटनाओं समेत अन्य बिंदुओं की जानकारी हासिल करेंगे.
सेल की ओर से विश्वविद्यालय से एक हेल्पलाइन नंबर और ईमेल आइडी दिये जाने की मांग की जायेगी. ताकि इस पर छात्र-छात्राएं रैगिंग की घटनाओं की शिकायत दर्ज करा सके. यदि विश्वविद्यालय में रैगिंग की कोई घटना होती है, तो दोषी को यूजीसी के गाइडलाइन के अनुसार सजा निर्धारित होगी. जहां अब तक सेल का गठन किसी कारणवश नहीं हो सका है, वहां इसे एक्टिव करते हुए इसकी रिपोर्ट विश्वविद्यालय को देनी होगी. इसके बाद विश्वविद्यालय के स्तर से सभी कॉलेजों के एंटी रैगिंग सेल के इंचार्ज के साथ बैठक होगी.
नैक के पीयर टीम को प्रस्तुत किया जायेगा पीपीटी
नैक के पीयर टीम के विश्वविद्यालय में आगमन पर एंटी रैगिंग सेल की ओर से पीपीटी प्रस्तुत किया जायेगा. साथ ही सेल रैगिंग की घटनाओं को रोकने के लिए अपनी तैयारियों से पीयर टीम को अवगत करायेगी. बैठक में पीजी हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. सुधा कुमारी, पीजी गणित विभागाध्यक्ष प्रो. संजय कुमार, एलएस कॉलेज के प्राचार्य प्रो. ओपी राय और पीजी राजनीति विज्ञान विभाग के डा. दिलीप कुमार सदस्य के रूप में उपस्थित थे.
ऑनलाइन या ऑफलाइन दर्ज करा सकेंगे शिकायत
इस व्यवस्था के तहत छात्र-छात्राएं ऑफ लाइन से लेकर ऑन मोड में रैगिंग की शिकायत दर्ज करा सकेंगे. यदि कोई छात्र या छात्रा रैगिंग की शिकायत करते है, तो उसके पास वैध आधार कार्ड, आइकार्ड या वैध फोन नंबर होना जरूरी है. इसमें से कम से कम दोनों दस्तावेज होना अनिवार्य है. जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई होगी.
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