बिहार: एंटीजन जांच ब्यौरे में 8200 लोगों के मोबाइल नंबर के आगे शून्य दर्ज, विवाद गहराया
मुजफ्फरपुर के एंटीजन गोलमाल मामले में परत दर परत लापरवाही की कलई खुल रही है. हैरत वाली बात यह है कि जिले में अब तक 30180 पॉजिटिव मिले, जबकि किये गये जांच में 8200 लोगों के मोबाइल नंबर शून्य बताये गये. इससे साफ है कि कि स्वास्थ्य विभाग इनको ट्रेस करने में नाकाम रहा या फिर इसे किसी कारण छुपाने की कोशिश की गयी. यह अलग बात है कि इन सभी नंबरों में कितने पॉजिटिव व कितने निगेटिव थे इसकी जांच होना बाकी है.
मुजफ्फरपुर के एंटीजन गोलमाल मामले में परत दर परत लापरवाही की कलई खुल रही है. हैरत वाली बात यह है कि जिले में अब तक 30180 पॉजिटिव मिले, जबकि किये गये जांच में 8200 लोगों के मोबाइल नंबर शून्य बताये गये. इससे साफ है कि कि स्वास्थ्य विभाग इनको ट्रेस करने में नाकाम रहा या फिर इसे किसी कारण छुपाने की कोशिश की गयी. यह अलग बात है कि इन सभी नंबरों में कितने पॉजिटिव व कितने निगेटिव थे इसकी जांच होना बाकी है.
दूसरी ध्यान देने वाली बात यह है कि जब इनके मोबाइल नंबर ही उपलब्ध नहीं थे, तो फिर इनकी ट्रेसिंग व मेडिकल काउंसेलिंग भी नहीं की गयी, जबकि कंट्रोल रूम से सभी को फोन पर चिकित्सीय परामर्श देने का दावा किया जाता रहा है. कंट्रोल रूम को जब इन जांच रिपोर्ट में मरीज के नंबर नहीं मिले तो कंट्रोल रूम ने भी इसकी शिकायत जिला प्रशासन या स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारियों से नहीं की. अब इन जीरो नंबर वाले लोगों का पता लगाना प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती होगी.
इस प्रकरण में जांच अधिकारी अपर समाहर्ता ने जिला प्रशासन से ऑपरेटरों को सेवा मुक्त करने व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से शो कॉज करने की अनुशंसा की है़. मामले में ऑपरेटरों का कहना है कि इस मामले में उन्हें बेवजह फंसाया जा रहा है़. रिपोर्ट में जिस व्यक्ति का मोबाइल नंबर नहीं रहेगा, उसका मोबाइल नंबर वह कहां से दर्ज कर देगा.
पुलिस गुप्त सूचना के आधार पर सकरा के सुस्ता गांव के अशोक ठाकुर के घर पर एंटीजन कीट को छुपा कर रखने की बात प्रकाश मे आयी थी. सूचना के आधार पर टीम गठित कर छापेमारी की गयी, जिसमें सदर अस्पताल मे पदस्थापित लैब टेक्नीशियन राजा पाकर थाना क्षेत्र के लव कुमार व घर मे रखी गयी एंटीजन कीट, साबुन, सेनेटाइजर, ग्लब्स, भारी मात्रा में बरामद किया गया. इस मामले में गिरफ्तारी भी की गई.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan