साइबर अपराधियों ने डिजिटली अरेस्ट करके खाते से 7. 75 लाख रुपये उड़ाए

साइबर अपराधियों ने डिजिटली अरेस्ट करके खाते से 7. 75 लाख रुपये उड़ाए

By Prabhat Khabar News Desk | October 20, 2024 12:39 AM

मुजफ्फरपुर.

नगर थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर – 17 निवासी विशाल कुमार कश्यप को साइबर अपराधियों ने डिजिटली अरेस्ट करके खाते से 7.75 लाख रुपये की ठगी कर ली है. मामले को लेकर पीड़ित ने साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. बताया है कि बीते 14 अक्टूबर की शाम छह बजे उनके मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आया. फोन उठाते ही उसने अपना परिचय फिडेक्स कंपनी के कर्मचारी आकाश वर्मा के रूप में दिया. उसने बताया कि आपके आधार कार्ड का उपयोग करके एक पार्सल है, जिसे मुंबई से ईरान भेजा जा रहा था. लेकिन, रिसीवर ने उसको स्वीकार नहीं किया है. पुलिस की जांच करने पर पैकेज में कुछ अवैध पदार्थ मिले हैं. इसको लेकर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है. पार्सल भेजने की तारीख आठ अक्टूबर है. रिसीवर का नाम अरमान अली, उसका मोबाइल नंबर व ट्रैकिंग नंबर भी लिखे होने की जानकारी दी. पार्सल में पांच ईरानी एक्सपायर पासपोर्ट, एक लैपटॉप, 3 क्रेडिट कार्ड, एक पेन ड्राइव, 450 एमजी एमडीएमए है. पार्सल के लिए 94 हजार 310 रुपये भुगतान की गयी है. इसके बाद आकाश वर्मा ने उसका कॉल मुंबई साइबर क्राइम शाखा में स्थानांतरित कर दिया. उसको तरह- तरह की बातें कहकर डरा दिया और डिजिटली अरेस्ट कर लिया. स्काइप पर कॉल करके उससे आधार कार्ड की जानकारी मांगी. जो उसके पास पहले से ही था. उसको आई मोबाइल पर व्यक्तिगत रूप से ऋण की राशि जांच करने को कहा. उसके पास पहले से ही अकाउंट नंबर व स्वीकृत ऋण राशि का विवरण था . फिर, उसने ऋण लेने को कहा ताकि खाते का सत्यापन किया जा सके. ऋण की राशि स्वीकृत होने के बाद उस रुपये को तीन अलग- अलग खातों में ट्रांसफर करवा दिया. साइबर अपराधियों ने आठ बार में उससे 7 लाख 74 हजार 831 रुपये ट्रांसफर करवा लिया. अपराधी ने कहा कि सत्यापन होने में कुछ समय लगेगा. इसके बाद आपको पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट मिलेगा. आपका नाम इसके बाद पोर्टल से हट जाएगा.

सीआरपीएफ के चालक के खाते से 60 हजार रुपये का किया फ्रॉड

मुजफ्फरपुर.

साइबर अपराधियों ने झपहा सीआरपीएफ कैंप कंपोजिट अस्पताल के चालक बल्लु सिंह के खाते से 90 हजार रुपये का फ्रॉड कर लिया है. मामले को लेकर पीड़ित चालक ने अहियापुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसमें बताया है कि उसके मोबाइल पर बीते 15 अक्टूबर को कॉल आया और बोला कि बल्लू सिंह ओसी साहब का पैसा डाल दो. कुछ जरूरी काम है. इसके लिए उसको एक मोबाइल नंबर भी बताया गया. उसने 30 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिया. इसके बाद फिर से कॉल आया और बोला कि तुम्हारे अकाउंट में जितने भी रुपये हैं सारे ट्रांसफर कर दो. इसके बाद उसने 60 हजार रुपये भेज दिया.

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