मुजफ्फरपुर.शिक्षा विभाग के आदेश के बाद गुरुवार से जिले के सभी सरकारी स्कूलों का संचालन माॅर्निंग में शुरू हो गया. सुबह छह से दोपहर 12 बजे तक सामान्य कक्षाओं का संचालन होना था. इसके लिए सुबह 6 से 6.10 तक शिक्षकों को सेल्फी एप के माध्यम से भेजने को कहा गया था. इसके बाद पहुंचने वाले शिक्षकों को अनुपस्थित मानते हुए उनका वेतन काटने का आदेश शिक्षा विभाग ने दिया था. इसके पहले ही दिन दर्जन भर से अधिक शिक्षक इस कार्रवाई की जद में आ गए. कई स्कूलों में शिक्षक 6.12, 6.13 में विद्यालय पहुंचे. इस कारण उन्हें अनुपस्थित कर दिया गया. पहले दिन सुबह के समय विद्यालयों में कक्षा में विद्यार्थियों की संख्या बेहद कम दिखी. सुबह 7 बजे के बाद से विद्यार्थियों ने स्कूल पहुंचना शुरू किया. प्रधानाध्यापकों ने बताया कि बच्चों के अभिभावकों को सूचना दे दी गई थी, इसके बाद भी बच्चे विलंब से स्कूल पहुंचे. प्राथमिक शिक्षक संघ ने किया विरोध मुजफ्फरपुर. जिला प्राथमिक शिक्षक संघ ने शिक्षा विभाग की ओर से स्कूल की समय सारिणी में किए गए बदलाव का विरोध किया है. संघ के संयुक्त प्रधान सचिव रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा कि चिलचिलाती धूप, तापमान में अचानक वृद्धि से गर्मी व उमस के कारण जनजीवन प्रभावित हो रहा है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार आगे के दिनों में तापमान में वृद्धि के साथ हीट वेव के आसार है. ऐसे में शिक्षा विभाग की ओर से तुगलकी फरमान जारी कर गुरुवार से विद्यालयों की कार्य अवधि प्रातः 6 से दिन के 1:30 बजे तक निर्धारित किया गया है. उन्होंने कहा कि जिला प्राथमिक शिक्षक संघ पुरजोर विरोध करते हुए इसमें अविलंब सुधार की मांग की है. कहा कि यह आदेश नियम विपरीत, अव्यवहारिक, मानवीय संवेदनाओं से परे व शिक्षकों को प्रताड़ित करने वाला है. उन्होंने कहा कि प्रथम दिन ही विद्यालय जाने की अफरातफरी के माहौल में नगर क्षेत्र के शिक्षक मनोज पासवान, मीनापुर व पारू प्रखंड के एक-एक शिक्षक सड़क दुर्घटना में बुरी तरह घायल होकर इलाजरत हैं. जिला संघ के वरीय उपाध्यक्ष, उपेंद्र ठाकुर, उमेश प्रसाद ठाकुर, संगठन सचिव पवन कुमार प्रतापी, सचिव संजय तिवारी, राजीव रंजन, रामनरेश ठाकुर, राजकिशोर सिंह, योगेन्द्र बैठा, अंचल अध्यक्ष रेणु श्रीवास्तव, सचिव राजेश मिश्र, रामाशंकर कुमार तथा मीडिया प्रभारी इन्द्र भूषण ने कहा कि शिक्षा विभाग अविलंब विद्यालय कार्य अवधि में संशोधन करते हुए आदेश निर्गत करे नहीं तो लोकसभा चुनाव बाद आंदोलन होगा. शिक्षकों के अधिकारों का हनन : आइसा मुजफ्फरपुर. छात्र संगठन आइसा ने राज्य के शिक्षकों के लिए विद्यालय पहुंचने का समय प्रातः छह बजे की अनिवार्यता पर सवाल उठाये हैं. राज्य सह-सचिव रौशन सिंह ने कहा कि शिक्षा विभाग का यह फरमान शिक्षकों के अधिकारों का हनन है. विशेषकर ससमय न पहुंचने पर वेतन रोकने की नीति निंदनीय है. इस निर्णय की व्यवहारिकता पर पुनर्विचार करना होगा. अधिकांश शिक्षकों के घर विद्यालय से दूर हैं. सुदूर क्षेत्रों में यातायात के साधनों की कमी है. एसी कमरों में बैठकर शिक्षकों के जीवन पर निर्णय सुनाने वाले पदाधिकारियों को इन व्यावहारिक दिक्कतों पर विचार करना होगा. आइसा ने शिक्षकों के लिए विद्यालय पहुंचने का समय बढ़ाकर सात बजे करने की मांग शिक्षा विभाग से की है.
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