मुजफ्फरपुर. बहुप्रतीक्षित और बहुउद्देशीय चंपारण सत्याग्रह शताब्दी ऑडिटोरियम का निर्माण अब जल्द शुरू हो जायेगा. पांच जनवरी को प्रगति यात्रा के क्रम में मुजफ्फरपुर आ रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ऑनलाइन कार्यारंभ कर नये साल में जिलेवासियों को सौगात देंगे. यह उत्तर बिहार में मोतिहारी के बाद दूसरा सबसे बड़ा ऑडिटोरियम होगा. फिलहाल शहर के मिठनपुरा में आम्रपाली ऑडिटोरियम है जिसकी सिटिंग कैपेसिटी काफी कम है. रखरखाव नहीं होने से खस्ताहाल में है. इस वजह से किसी तरह के कार्यक्रम के आयोजन में परेशानी होती है.
दो साल से चल रही थी जमीन की खोज
ऑडिटोरियम के लिए जमीन की खोज दो साल से चल रही थी लेकिन उपयुक्त जमीन नहीं मिल पा रही थी. डीएम सुब्रत कुमार सेन से इस मसले को गंभीरता से लेते हुए कई स्थल का खुद निरीक्षण किया. इसके बाद लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कांटी अंचल स्थित दाउदपुर कोठी मौजा में तीन एकड़ भूमि को न केवल चिन्हित किया, बल्कि विभाग से सतत मानिटरिंग कर अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त कर लिया है. इस प्रकार जिला के लिए बहुपयोगी प्रेक्षागृह के निर्माण को हरी झंडी मिल गयी है.11 हजार चार सौ वर्ग फुट में होगा ऑडिटोरियम
तीन एकड़ भूमि पर 2000 क्षमता के चंपारण सत्याग्रह शताब्दी ऑडिटोरियम करीब 11 हजार चार सौ वर्ग फुट में होगा. निर्माण होने के उपरांत इसका विविध उपयोग किया जा सकेगा. आधुनिक संसाधन एवं नई तकनीक पर आधारित इस प्रेक्षागृह में सांस्कृतिक कार्यक्रम, सेमिनार, वर्कशॉप, प्रशिक्षण कार्यक्रम, वृहत बैठक आदि का आयोजन बहुत ही सुगमता से किया जा सकेगा. बता दें कि प्रेक्षागृह को अंग्रेज़ी में ऑडिटोरियम कहते हैं. थिएटर या कॉन्सर्ट हॉल में, ऑडिटोरियम वह हिस्सा होता है जहां दर्शक बैठते हैं. आयताकार, वर्गाकार, और त्रिभुजाकार तीन तरह के प्रेक्षागृह को बनाया जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है